Saturday, 3 April 2021

चंद्र वेधशाला ने यूरेनस से निकलनेवाली एक्स-रे का पता लगाया 

Image from https://www.nasa.gov 


बोस्टन, अप्रैल २: नासा के चंद्र एक्स-रे वेधशाला का उपयोग करते हुए पहली बार, खगोलविदों ने यूरेनस से निकलने वाली एक्स-रे का पता लगाया है। यह परिणाम वैज्ञानिकों को हमारे सौरमंडल में इस गूढ़ बर्फीले विशाल ग्रह के बारे में जानने के लिए मदद करेगा।  वायेजर २ ही एक अंतरिक्षयान है जो यूरेनस के करीब हो कर गुज़रा था।  हाल में खगोलविद यूरेनस, ग्रह जो लगभग पूरी तरह हाइड्रोजन या हीलियम से बना है, के बारें में जानने के लिए पृथ्वी के करीब स्थित टेलिस्कोप, जैसे की चंद्र टेलिस्कोप और हबल टेलिस्कोप पर आश्रित है। 

नए अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने 2002 में और फिर 2017 में चंद्रा की यूरेनस की टिप्पणियों का इस्तेमाल किया। पहले अवलोकन में उन्होंने एक्स-रे का स्पष्ट पता लगाया, और हाल ही में उसका फिर से विश्लेषण किया और १५ साल पहले की एक्स-रे की चमक को देखा। 

जबकि टीम को शुरू में उम्मीद थी कि ज्यादातर एक्स-रे जो अनुसंधित किये गए थे, वे सौर के प्रकीर्णन से उत्सर्जित हो रहे थे, अब एक संभावना यह है कि यूरेनस के छल्ले स्वयं एक्स-रे पैदा कर रहे हैं (यूरेनस आवेशित कणों से घिरा हुआ ग्रह है और जब वे इसके वलयों से टकराते हैं, तो वे वलयों के एक्स-रे से चमकने का कारण बनते हैं।) एक और संभावना है कि यूरेनस पर कम से कम कुछ एक्स-रे ऑरोरस से आते हैं (औरोरस रंगीन प्रकाश शो है जिसे हम पृथ्वी पर देख सकते हैं)। 

03 Apr 2021

0 comments: