भारत और बांग्लादेश चक्रवात Amphan से लड़ने के लिए तैयार
एनडीआरएफ की टीमें ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तैनात कर दी गयी हैं।
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बुधवार दोपहर तक चक्रवाती तूफान के पूरी तरह से तट से टकराने की आशंका है इसीलिए भारत और बांग्लादेश ने तटीय इलाकों से लाखों लोगों को हटा लिया है। हवा की गति 185 किमी / घंटा तक होने की उम्मीद है। 1999 में आए चक्रवात के बाद से यह सबसे शक्तिशाली तूफान होगा। इस तूफान से फसलों, घरों, बिजली लाइनों और वनस्पति को व्यापक नुकसान होने की संभावना है।
तूफान का केंद्र सुंदरबन मैंग्रोव (mangrove) जंगलों से गुजरने की संभावना है, जिसकी वजह से बाघ, आसपास के गांवों में आ सकते हैंजो कि एक चिंता का विषय है।
भारतीय मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट ने शिपिंग और बोटिंग गतिविधियों को पूरी तरह से बंद करने के लिए कहा है, और ओडिशा के पारादीप पोर्ट में रखे हुए लगभग 20 जहाजों को लंगर से सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है। वर्तमान महामारी की स्थिति के कारण, आश्रयों का निर्माण करना बहुत कठिन है। लोगों को मास्क और राशन उपलब्ध कराया जा रहा है, और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए कहा गया है।
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