अनुमानित रूप से 430,000 साल पहले पृथ्वी पर गिरे होंगे
यूनाइटेड किंगडम, 1 अप्रैल: वैज्ञानिकों की एक टीम ने अंटार्कटिका के सोर रोंडेन पर्वत(Sør Rondane Mountains) के वाल्नुम्फजेललेट (Walnumfjellet) से असामान्य खनिज कणों को इकट्ठा किया। उन्होंने महसूस किया कि वे उल्कापिंड (अंतरिक्ष की चट्टान या धातु का एक टुकड़ा जो पृथ्वी पर गिरता है) के कई छोटे पत्थरों से बने कण हैं, जो उनकी सतहों पर विभिन्न सामग्रियों के साथ मिलकर बने थे। उल्कापिंडों में पाए जाने वाले खनिज ओलिविन(olivine) (मैग्नीशियम आयरन सिलिकेट) और आयरन थे, जिन्हें थोड़ी मात्रा में कांच और कुछ मात्रा में निकेल द्वारा साथ में मिलाया जाता था। उनकी रासायनिक संरचना के विश्लेषण से पता चला कि वे उल्कापिंड के कण थे जो जमीन से टकराने से पहले ही वाष्पीकृत(vapourised) हो गए थे। कणों को लगभग 0.004 से 0.01 इंच व्यास में मापा गया।
वैज्ञानिकों का मानना है कि ये उल्कापिंड 430,000 साल पहले पृथ्वी पर गिरे थे। कणों के माप, आकार और घनत्व से पता चलता है कि उल्कापिंड, जमीन पर उतरते समय अत्यधिक विनाश का कारण बने होंगे ।
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