गुरु नानक जयंती, कार्तिगाई दीपम, देव दीपावली और कार्तिक पूर्णिमा
दिल्ली, नवंबर ३०: जैसे की आप शायद जानते होंगे, दीपावली का त्यौहार अमावस्या के दिन मनाया जाता है। लेकिन, दिवाली के बाद की पहली पूर्णिमा का भी भारतीय लोगों के लिए एक महत्व का स्थान है। इस दिन को कार्तिगाई दीपम, देव दिवाली और कार्तिक पूर्णिमा के तौर पर मनाया जाता है।
इस दिन सिख अपने पहले गुरु, गुरु नानक के जन्म का जश्न मनाते हैं।
इस दिन को यादगार बनाने के लिए वाराणसी में एक रौशनी और ध्वनि कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। दक्षिण के सारे महत्वपूर्ण मंदिरो को दीपों से सजाया गया था। मदुरई के मीनाक्षी अम्मान मंदिर एवं तिरुपति के तिरुमाला देवस्थानम की तस्वीरें बहुत प्रभावशाली है।
ननकाना साहिब, जो गुरु नानक की जन्मभूमि है, के सहित सभी गुरुद्वारों में विशेष कीर्तन दरबार (प्रार्थना सभा) आयोजित किए गए।
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