Thursday 5 November 2020

द क्यूरियस केस ऑफ़ Ant ग्रुप, अलीबाबा एंड मनी 

दिल्ली, नवंबर ४: १ अक्टूबर, २०२० के संस्करण में प्रियंका आंटी ने आईपीओ के बारे में बताया है। आओ, संक्षिप्त में इसे समझते है: आईपीओ वह है, जिसके द्वारा कंपनी आपके और मेरे जैसी आम जनता को पहली बार अपने शेयर खरीदने का मौका देती है। 

आपके लिए सवाल: विश्व में सबसे बड़ी ईकॉमर्स कंपनी कौन सी है? Amazon पहला नाम है जो संभवतः आपके मन में आता है। लेकिन यह सही उत्तर नहीं है। सबसे बड़ी कंपनी, लेन-देन के मूल्य के अनुसार, अलीबाबा.कॉम है, जिसे चीन के जैक मा द्वारा स्थापित किया गया है। अलीबाबा की स्थापना दिसंबर १९९९ में हुई थी।  

यहाँ आप के लिए एक त्वरित समयरेखा है: 
१९९९ : अलीबाबा.कॉम की स्थापना हुई। वह eBay और Amazon की तरह था - ऑनलाइन शॉपिंग, पर अंतरराष्ट्रीय।  

२००४: Alipay, खरीदने और बेचनेवालो के लिए पेमेंट सर्विस था। इस सेवा ने खरीदारों को कुछ शांति दी, क्योंकि
Alipay ने उनका पैसा तब तक अपने पास रखा जब तक उन्हें अपना सामान नहीं मिल गया। उसके बाद, विक्रेताओं को पैसा दिया गया। इससे भरोसे की सबसे बड़ी समस्या, जो कि खरीदारों को ई-शॉपिंग के साथ थी, वह हल हुई। 

२०११: अब Alipay एक अलग कंपनी के रूप में स्थापित हुआ। २००८ में  मोबाईल इंटरफ़ेस की शुरुआत से कंपनी के उपयोगकर्ता में विस्फोटक उछाल आया था। 

२०१३: उपयोगकर्ता को अपने अलीबाबा खाते में रखे पैसो को निवेश करने का विकल्प दिया गया। इस  विकल्प को Yu’E Bao के नाम से जाना गया। यह, और कुछ अन्य नवाचारों ने सुनिश्चित किया कि Alipay को कई अलग-अलग उपयोगकर्ताओं से पैसे के बदलें बहुत कुछ मिला। ये उपयोगकर्ता इन छोटी राशियों में कहीं भी निवेश नहीं कर सकते थे, लेकिन Yu’E Bao ने उन्हें निवेश करने और कमाने का मौका दिया।

२०१४: Alipay का रिब्रांडिंग  किया गया और अब यह Ant Group के नाम से जाना जाने लगा। इसने चीन में लोगों और कारोबारों को कई वित्तीय सेवाएं प्रदान की। 

२०१५: MYbank का प्रमोचन हुआ। यह बैंक छोटे कारोबारों के लोन ४ मिनट में मंजूर कर देती थी। इसका कारण यह था कि कंपनी के पास अपने उपयोगकर्ता के बारे में जानकारी का खज़ाना था।  यह छोटे कारोबार हर बार बड़े बैंक से लोन हांसिल नहीं कर पाते थे। 

२०१९: जैक मा अपनी भूमिका से पीछे हटे और अपने चुने हुए नेताओं को नेतृत्व की बागडोर दी। इन वर्षों में, Ant Group ने भी नए व्यापार के नए क्षेत्रों में प्रवेश किया, जैसे  - बीमा बेचना, स्वयं लोन प्रदान करने के बजाय मुख्यधारा के बैंकों को ऋण अनुरोध भेजना, आदि।

२०२०:  Ant Group ने आईपीओ तैयार किया और उसके लिए स्वीकृति प्राप्त की।  वे इस आईपीओ के माध्यम से लगभग 34.5 बिलियन डॉलर इक्कठा करना चाहते थे। जब आईपीओ लॉन्च हुआ, Ant Groupने लगभग 37 बिलियन डॉलर का निवेश एकत्र किया। यह रिकॉर्ड किए गए इतिहास में इसे सबसे मूल्यवान आईपीओ बनाता है। शंघाई और हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी को सूचीबद्ध करना था। 

जैक मा चाहते थे कि कंपनी के कारोबार को टेक्नोलॉजी व्यवसाय के रूप में देखा जाए न की वित्तीय व्यवसाय के रूप में। 

२३ अक्टूबर को शंघाई में बून्द समिट में जैक मा ने चीनी और अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग प्रणाली में त्रुटियों के बारे में टिप्पणी कि।  

सोमवार को, चीनी सरकार ने वित्तीय व्यवसायों के लिए नए नियम प्रकाशित किए। उसी दिन, जैक मा और कंपनी के दो शीर्ष अधिकारियों को एक बैठक के लिए बुलाया गया था। मंगलवार को, शंघाई स्टॉक एक्सचेंज ने कहा कि कंपनी को शंघाई स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

इसके बाद, कंपनी ने कहा कि यह हांगकांग एक्सचेंज में भी सूचीबद्ध नहीं होगी, और संभवतः निवेशकों के पैसे वापस करेगी। कंपनी ने यह भी कहा है कि वह नियामकों जो भी अतिरिक्त दस्तावेज़ की आवश्यकता है, उन्हें वह  प्रदान करने के लिए, उनके साथ काम करेंगी। 

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