हैली धूमकेतु का एटा एक्वारिड (Eta Aquarid) आकाश में रात को चमकेगा
नई दिल्ली, 4 मई: एटा एक्वरिड नाम , हैली के धूमकेतु से जुड़े एक उल्का बौछार को दिया गया है। सोमवार की रात, मंगलवार की रात और बुधवार तड़के सुबह, तेज उल्कापात होने की सम्भावना है।
हर साल इसी समय के आसपास, पृथ्वी, हैली धूमकेतु द्वारा छोड़े गए मलबे में से होकर गुजरती है। मलबे में धूल और अलग-अलग आकार की चट्टानें होती हैं। धूमकेतु एक आकाशीय पिंड है जो बर्फ और धूल से मिलकर बनी होती हैं। यह सूरज के चारों ओर घूमता है और जैसे-जैसे यह सूरज के करीब आता है, यह गर्म होता है और गैसों को छोड़ना शुरू कर देता है। इस घटना को 'अतिरंजना' (Outgassing) कहा जाता है। नतीजतन, यह धूल और चट्टानों का एक लंबा निशान विकसित करता है जिसे दूर से देखा जा सकता है।
हालांकि, इस नक्षत्रीय घटना का थोड़ा मुकाबला, 7 मई को होने वाली सुपर फ्लॉवर मून से होगा। सुंदर और उज्ज्वल चांदनी दृश्यमान उल्काओं की संख्या को कम कर देगी।
नई दिल्ली, 4 मई: एटा एक्वरिड नाम , हैली के धूमकेतु से जुड़े एक उल्का बौछार को दिया गया है। सोमवार की रात, मंगलवार की रात और बुधवार तड़के सुबह, तेज उल्कापात होने की सम्भावना है।
हर साल इसी समय के आसपास, पृथ्वी, हैली धूमकेतु द्वारा छोड़े गए मलबे में से होकर गुजरती है। मलबे में धूल और अलग-अलग आकार की चट्टानें होती हैं। धूमकेतु एक आकाशीय पिंड है जो बर्फ और धूल से मिलकर बनी होती हैं। यह सूरज के चारों ओर घूमता है और जैसे-जैसे यह सूरज के करीब आता है, यह गर्म होता है और गैसों को छोड़ना शुरू कर देता है। इस घटना को 'अतिरंजना' (Outgassing) कहा जाता है। नतीजतन, यह धूल और चट्टानों का एक लंबा निशान विकसित करता है जिसे दूर से देखा जा सकता है।
हालांकि, इस नक्षत्रीय घटना का थोड़ा मुकाबला, 7 मई को होने वाली सुपर फ्लॉवर मून से होगा। सुंदर और उज्ज्वल चांदनी दृश्यमान उल्काओं की संख्या को कम कर देगी।
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