ब्रिक्स बैंक भारत को 1 बिलियन अमरीकी डालर का ऋण प्रदान करेगा
बीजिंग, 16 मई: ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) द्वारा बनाया हुआ बैंक कोविद -19 महामारी में हुए मानव, सामाजिक और आर्थिक नुकसान से लड़ने में मदद करने के लिए भारत को 1 बिलियन अमरीकी डालर का ऋण देगा।
29 अप्रैल को, एशियाई विकास बैंक ने भी संकट प्रबंधन के लिए भारत की सहायता के लिए 1.5 बिलियन अमरीकी डालर के ऋण पैकेज को मंजूरी दी।
एक बैंक का वित्तीय भंडार; वित्तीय बाजारों में जुटाई गई धनराशि, अर्जित आय, सदस्य देशों द्वारा भुगतान की गई फीस, सदस्यों द्वारा किए गए योगदान (विशेष रूप से धनी देश ) और उधार (borrow) लेने वाले देशों द्वारा अपने ऋण (loan) का भुगतान करने पर आता हैं। जब किसी देश को पैसे की आवश्यकता होती है तब वह देश एक योजना विकसित करता है, और बैंक से ऋण मांगता है। बैंक इस परियोजना की समीक्षा करते हैं, संसाधनों (resources) और समय पर बातचीत करते हैं, और इन देशों को अन्य वाणिज्यिक (commercial) बैंकों द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरों से कम पर पैसा उधार देते हैं।
इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि दिया हुआ ऋण देश की वित्तीय आवश्यकता के लिए केवल एक हिस्सा है। एक बार ऋण दिए जाने के बाद, वे निगरानी करते हैं और यह आकलन करते हैं कि देश द्वारा धन का उपयोग कैसे किया जा रहा है जिससे की भविष्य में दी जाने वाली ऋण स्थितियों का अनुमान लगाया जा सके।
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