स्वदेशे पूज्यते राजा विद्वान् सर्वत्र पूज्यते
Swadeshe Poojyate Raja, Vidvaan Sarvatra Poojyate
Meaning: The King is worshipped only in his own land, but the wise person is worshipped everywhere.
राजा की पूजा (सत्कार) तो केवल अपने देश में होता है, पर विद्वानों की पूजा सब जगह की जाती है.
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अक्लमंद को इशारा काफी है
Akalmand ko Ishaara hi kaafi hai
Meaning: He who is wise can understand a lot just by being told a very little.
जो समझदार हो, वह थोड़ी सी बात सुनकर ही पूरी बात समझ लेता है.
Usage: मैंने उसे कोल्हू का बैल दिखाया और वो खेलना छोड़, पढ़ने बैठ गया. अकल्मन्द को इशारा ही काफी है.
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निर्धन से लड़ाई बलवान की,
ये कहानी है दिए की और तूफ़ान की
इक रात अंधियारी, थीं दिशाएं कारी-कारी
मंद-मंद पवन था चल रहा
अंधियारे को मिटाने, जग में ज्योत जगाने
एक छोटा-सा दीया था कहीं जल रहा
अपनी धुन में मगन, उसके तन में अगन
उसकी लौ में लगन भगवान की
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विश्वास भले ही ५० बार टूटे, पर उसे ५१ बार बांधना चाहिए - एक बार ज़्यादा, बस, एक बार. - अमृता प्रीतम
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अगर आप लिखते हैं, तो हमें पढ़ना है! अपनी लिखी कविता, कहानी, चुटकुले आदि हमें ईमेल करें: tcpedit@gmail.com
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Swadeshe Poojyate Raja, Vidvaan Sarvatra Poojyate
Meaning: The King is worshipped only in his own land, but the wise person is worshipped everywhere.
राजा की पूजा (सत्कार) तो केवल अपने देश में होता है, पर विद्वानों की पूजा सब जगह की जाती है.
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अक्लमंद को इशारा काफी है
Akalmand ko Ishaara hi kaafi hai
Meaning: He who is wise can understand a lot just by being told a very little.
जो समझदार हो, वह थोड़ी सी बात सुनकर ही पूरी बात समझ लेता है.
Usage: मैंने उसे कोल्हू का बैल दिखाया और वो खेलना छोड़, पढ़ने बैठ गया. अकल्मन्द को इशारा ही काफी है.
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निर्धन से लड़ाई बलवान की,
ये कहानी है दिए की और तूफ़ान की
इक रात अंधियारी, थीं दिशाएं कारी-कारी
मंद-मंद पवन था चल रहा
अंधियारे को मिटाने, जग में ज्योत जगाने
एक छोटा-सा दीया था कहीं जल रहा
अपनी धुन में मगन, उसके तन में अगन
उसकी लौ में लगन भगवान की
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विश्वास भले ही ५० बार टूटे, पर उसे ५१ बार बांधना चाहिए - एक बार ज़्यादा, बस, एक बार. - अमृता प्रीतम
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