गुरूवार, २० जून, २०१९
एडिडास जर्मनी की एक कंपनी है जो जूते और खेल का अन्य सामान बनाती है.
अब हम अपना नाम सब जगह तो लिख नहीं सकते न? तो हर उत्पाद का क विशिष्ट चिन्ह होता है, जिस से उसकी पहचान की जा सके। इस विशिष्ट चिन्ह को लोगो कहते हैं. सोचो, जैसे पेप्सी, एप्पल, या आपके फ़ोन या कंप्यूटर पर बना निशान , जिस से पता चलता है कि ये किस कंपनी का है. नमकीन से ले कर सुपरकम्प्युटर तक - हर चीज़ पर लगता है, बनाने वाली कंपनी का लोगो.
एडिडास का लोगो है, तीन समानांतर पट्टियां। बेल्जियम की एक कंपनी को लगा, कि भला तीन समानांतर पट्टियाँ भी कोई पहचान चिन्ह हुआ?
वो कम्पनी यूरोप के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफिस के पास अपील ले कर गयी. इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफिस, और अब, जनरल कोर्ट ऑफ़ यूरोप, दोनों ने माना की तीन सामानांतर पट्टियां कोई विशेष चिन्ह नहीं है, जिस से ब्रांड की पहचान की सके.
ये क्यों महत्वपूर्ण है?
एक बार कोई कंपनी किसी चिन्ह को अपना लोगो बना ले, तो कोई और कंपनी उस चिन्ह को, या उस से मिलते जुलते किसी चिन्ह को इस्तेमाल नहीं कर सकती। वह चिन्ह उस कंपनी की बौद्धिक सम्पदा होती है.
ये निर्णय क्यों हुआ?
यूरोप के कोर्ट ने कहा, "सिद्ध कीजिये की यूरोप के २८ देशों में, लोग जब तीन सामानांतर पट्टियां देखते हैं, तो वो उसे एडिडास समझते हैं."
किसी चिन्ह के किसी कंपनी के साथ जुड़ने का यही सबसे अच्छा तरीका है, की लोग चिन्ह को देखें, तो उन्हें लगे कि फलां कंपनी का है.
एडिडास ने ५ देशों के लिए ही ऐसा प्रमाण प्रस्तुत किया. २८ में से सिर्फ ५ देश!
अब क्या होगा?
इस कोर्ट से ऊपर एक और कोर्ट है यूरोप में. एडिडास वहां अपील कर सकती है. अपील का मतलब होता है, कि कंपनी चाहती है की सरकार अपने निर्णय के बारे में दुबारा सोचे और अगर ठीक लगे, तो उसे बदल दे.
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