Saturday 8 May 2021

शार्क मछली अपने घर का रास्ता खोजने के लिए पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग करती हैं

Image of a bonnethead shark Image from wikipedia

 

फ़्लोरिडा, मई ७: यूनिवर्सिटी ऑफ़ फ़्लोरिडा के समुद्र जीववैज्ञानिक ब्रायन केलर ने पाया कि बोनटहेड शार्क के टैंक को जब विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र में प्रभारित किया जाता है, तब वे उस टैंक के पानी में अपने घर की दिशा में तैरती हैं। 

पृथ्वी की गहराई के पिघले हुए अन्तर्भाग में लोहा और अन्य धातुएँ हैं।  यह धातुएँ बिजली की धाराओं का उत्पादन करती हैं जो एक चुंबकीय क्षेत्र बनाकर पृथ्वी को घेर लेते है। उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के बीच चुंबकत्व के संकेत और अदृश्य रेखाएँ है। ध्रुवों के पास पृथ्वी का चुंबकत्व सबसे मजबूत होता है। इसलिए, पृथ्वी का चुंबकत्व समान रूप से वितरित नहीं है।

शार्क के नाक के चारों ओर गुच्छों में विशेष रिसेप्टर्स होते हैं जिन्हें लोरेन्जिनी का अम्पुल्ला कहा जाता है। यह रिसेप्टर्स आसपास के वातावरण में वोल्टेज के फर्क को पहचानते है। यह एलेक्ट्रोरेसप्टर्स शार्क को चुंबकीय क्षेत्रों का अनुभव करने और प्रतिक्रिया देने में मदद करते है। 

यह जांचने के लिए कि शार्क खुद को नेविगेट करने के लिए पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग कर सकती हैं, शोधकर्ताओं ने फ्लोरिडा के तट पर मैक्सिको की खाड़ी के एक स्थान से बीस बोनटहेड शार्क को पकड़ा। इस अध्ययन के प्रमुख लेखक केलर ने बोनटहेड शार्क का चयन इसलिए किया क्यूंकि वे शार्क की सबसे छोटी प्रजाति है। हर साल यह शार्क प्रजनन के लिए हज़ारों मीलों का सफर तय करती है उसी मुहाने पर वापस लौटने, जहाँ उसका जन्म हुआ था।  

केलर और उनके सह-शोधकर्ताओं ने एक बड़े टैंक जैसे ढांचे की संरचना कि, जो विद्युत चुम्बकीय क्षेत्रों का उत्पादन कर सकता है और तीनों स्थलों की चुंबकीय स्थितियों की नकल कर सकता हैं, जिससे शार्क उजागर थे: वे जिस जगह से पकड़े गए थे और उस स्थान के उत्तर और दक्षिण के स्थान। 

एक लम्बे समय तक की परिकल्पना थी, कि शार्क पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का उपयोग करके नेविगेट करते है।  इस अनुसंधान ने इस परिकल्पना को नया समर्थन प्रदान किया है। 

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