दिल्ली, 31 मार्च: संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील और फिनलैंड के पक्षीविदों (पक्षियों का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिक) ने स्क्रीच उल्लू की 2 नई प्रजातियों की पहचान की। इन्हें ज़िंगू स्क्रीच उल्लू(Xingu screech owl) (मेगास्कॉप्स स्टैंगिए)(Megascops stangiae) और अलागोस स्क्रीच उल्लू(Alagoas screech owl) (मेगास्कॉप्स अल्गेंसिस)(Megascops alagoensis) नाम दिया गया है।
स्क्रीच उल्लू, उनका नाम उनके द्वारा निकाली जाने वाली अनोखी तीखी और कर्कश ध्वनि के कारण पड़ा हैं, आमतौर पर छोटे से मध्यम आकार (लगभग 13 -15 सेंटीमीटर लंबे) के होते हैं। वे केवल उत्तर और दक्षिण अमेरिका में पाए जाते हैं।
शोधकर्ताओं ने दक्षिण अमेरिका में टॉनी -बेलिड स्क्रीच उल्लू कॉम्प्लेक्स (tawny-bellied screech owl complex) की सीमा के आर पार, 252 नमूनों, 83 टेप-रिकॉर्डिंग और 49 आनुवांशिक नमूनों का विश्लेषण किया था। उन्होंने आनुवांशिक भिन्नता, शारीरिक भिन्नता और ध्वनियों की विशिष्टता (गायन) को ध्यान में रखते हुए यह निर्धारित किया कि क्या ये नई प्रजातियाँ थीं।
इस समय, इन प्रजातियों को लुप्तप्राय माना जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इन प्रजातियों को बनाए रखने के लिए मजबूत उपाय किए जाने चाहिए।
Image: Eastern screeching owl
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