Tuesday, 13 October 2020

विदेश मंत्रालय ने ,कहा, 'भारतीय मीडिया स्वतंत्र है'

भारतीय मीडिया के 'ताइवान के राष्ट्रीय दिवस' रिपोर्ट का चीन ने विरोध किया 

नई दिल्ली, अक्टूबर १२:
चीन और ताइवान में संबंध तनावपूर्ण है। चीन ताइवान को अपने क्षेत्र से दूर हुआ, पर अपने देश का एक हिस्सा मानता है और ‘वन चाइना’ नीति के तहत, चीन इससे पुनः प्राप्त करना चाहता है। यह नीति के मुताबिक केवल एक चीन है और ताइवान उसका हिस्सा है। 

हालाँकि, ताइवान खुद को एक संप्रभु राज्य मानता है। उनका अपना संविधान है, लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित
नेता और सेना भी है। 

ताइवान ने अपना 'ताइवान राष्ट्रीय दिवस' १० अक्टूबर को मनाया। चीन ने भारतीय मीडिया को ताइवान के राष्ट्रीय  दिवस की रिपोर्टिंग करने और ताइवान को मान्यता नहीं देने के लिए कहा। 

इस बात  पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि, "भारतीय मीडिया स्वतंत्र है और उन्हें जो सही लगता है, वह रिपोर्टिंग  करते है।" भारतीय मीडिया ने ताइवान का राष्ट्रीय दिवस कवर किया, जिससे ताइवान बहुत खुश हुआ, जबकि चीन खुश नहीं हुआ। 

तो मुक्त मीडिया क्या है ?  क्या मीडिया स्वतंत्र है तो वह बिना किसी जिम्मेदारी के, कुछ भी कवर कर सकता है? जी नहीं। 

भारत के संविधान के आर्टिकल 19A के मुताबिक मीडिया की स्वतंत्रता वाक-स्वातंत्र्य का हिस्सा है।  लेकिन यह स्वतंत्रता निरपेक्ष नहीं है।  मीडिया की भूमिका लोगों को सत्य और निष्पक्ष जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे अपनी राय बना सकते हैं।

जैसे आप अपने स्कूल के वार्षिक दिवस को कवर कर रहे हैं। आपका दोस्त इस इवेंट में सोलो डांस कर रहा है।
अब, जिम्मेदार और निष्पक्ष मीडिया कवरेज कोई पूर्वाग्रह के बिना इस इवेंट को कवर करने के लिए किया जाएगा। सभी हाइलाइट्स के बारे में लिखें और सभी चूक का उल्लेख करें। प्रत्येक प्रदर्शन को समान रूप से समझकर इसका निष्पक्ष रूप से कवरेज करें। सिर्फ अपने मित्र के प्रदर्शन को उजागर करना और सभी चूक को छोड़ देना, 
समाचार कवरेज का एक बुरा उदाहरण होगा। 

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