Monday, 18 May 2020

वित्तमंत्री ने प्रमुख नीतिगत परिवर्तन की घोषणा की 

कोयला खनन और अंतरिक्ष क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र को प्रवेश 


दिल्ली, मई १७: वित्तमंत्री ने विविध क्षेत्र, जैसे की कोयला खनन, रक्षा क्षेत्र, अंतरिक्ष क्षेत्र, विमान वहन, इ. में विकास के हेतु से बहुत सारी परिवर्तन निति पेश की। 
कुछ महत्वपूर्ण घोषणा इस प्रकार है :
  • सरकार अब निजी कंपनी को भी कोयला खनन के लिए बोली लगाने का मौका देगी। इससे कोयला खनन के क्षेत्र में सरकार के एकाधिकार का अंत होगा। 
  • रक्षा उत्पादन क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश की सीमा 49% से 74% तक बढ़ाई जाएगी। इससे देश में शस्त्र का उत्पादन बढ़ेगा। 
  • अब तक भारत में केवल 60 % एयर स्पेस हवाईजहाज़ के आवागमन के लिए खुला है। इसकी वजह से भारत हवाईसेवा को लंबे रस्ते लेने पड़ते थे। ज्यादा एयर स्पेस मिलने से छोटे रस्ते लेना मुमकिन होगा, जिससे सफर का समय एवं तेल का खर्चा कम होगा, जो लगभग प्रतिवर्ष 1000 करोड़ रु. की उड़ान लागत बचाने में मदद करेगा। 
  • भारत के अधिकतर विमान अपने रखरखाव और मरम्मत के कार्य करने के लिए विदेश जाते है।  इसलिए सरकार ने ऐसे MRO (maintenance, repair and overhaul) zones  भारत में बनाने के लिए 2000 करोड़ रु. नियत किये है। 
  • अब निजी क्षेत्र की कंपनियों को अंतरिक्ष यात्रा अन्वेषण का एक हिस्सा बना दिया जायेगा।  भारत का कार्यक्रम और इसरो की सुविधाएं भी उपयोग  अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा, भविष्य की परियोजनाओं जैसे कि बाहरी अंतरिक्ष यात्रा और ग्रहों की खोज को निजी क्षेत्र के लिए खोला जायेगा।  

0 comments: