ये लेख प्रियंका आंटी द्वारा लिखा गया है. अनुवाद - निधि आंटी
देखो बच्चो, ये सवाल गणित का है. इसे गणित से ही सुलझाते हैं.
चलो स्टैनफोर्ड की बात करें: स्टैनफोर्ड का एडमिशन रेट है - ४.३ %.
मतलब अगर १०० बच्चे फॉर्म भरते हैं, तो उन में से केवल ४ बच्चों का एडमिशन होगा.
अब एक नया शब्द सीखते हैं - इंटरनेशनल बॉडी।
स्टैनफोर्ड अपने पूरे कोर्स में, ७६% अमरीकी बच्चे, और २४% गैर अमरीकी या इंटरनेशनल बच्चे लेता है.
२४ % में से भी, जिन देशों को प्राथमिकता दी जाती है, वे हैं - केन्या, रूस, इजराइल, सिंगापुर आदि. भारत इस प्राथमिकता सूची में - २५वें स्थान पर कहीं आता है। (सच में, ये जानना मुझे भी उतना ही बुरा लगता है, जितना तुंम्हे)
चलो, अब वापिस गणित पर आते हैं. १०० फॉर्म भरे गए, उन में से ४ बच्चों का दाखिला हुआ. उन ४ में से २४% - यानि सिर्फ १ बच्चा इंटरनेशनल बॉडी से होगा. इस इंटरनेशनल बॉडी के लिए प्राथमिकता में भारत आता है २५वें स्थान पर. अब समझे, इन कॉलेजों में दाखिला इतना मुश्किल क्यों है?
देखो बच्चो, ये सवाल गणित का है. इसे गणित से ही सुलझाते हैं.
चलो स्टैनफोर्ड की बात करें: स्टैनफोर्ड का एडमिशन रेट है - ४.३ %.
मतलब अगर १०० बच्चे फॉर्म भरते हैं, तो उन में से केवल ४ बच्चों का एडमिशन होगा.
अब एक नया शब्द सीखते हैं - इंटरनेशनल बॉडी।
स्टैनफोर्ड अपने पूरे कोर्स में, ७६% अमरीकी बच्चे, और २४% गैर अमरीकी या इंटरनेशनल बच्चे लेता है.
२४ % में से भी, जिन देशों को प्राथमिकता दी जाती है, वे हैं - केन्या, रूस, इजराइल, सिंगापुर आदि. भारत इस प्राथमिकता सूची में - २५वें स्थान पर कहीं आता है। (सच में, ये जानना मुझे भी उतना ही बुरा लगता है, जितना तुंम्हे)
चलो, अब वापिस गणित पर आते हैं. १०० फॉर्म भरे गए, उन में से ४ बच्चों का दाखिला हुआ. उन ४ में से २४% - यानि सिर्फ १ बच्चा इंटरनेशनल बॉडी से होगा. इस इंटरनेशनल बॉडी के लिए प्राथमिकता में भारत आता है २५वें स्थान पर. अब समझे, इन कॉलेजों में दाखिला इतना मुश्किल क्यों है?
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