Wednesday 26 December 2018




अम्मा मेरी बड़ी सयानी 
लगता है जैसे हो नानी 
पढ़ने लिखने को बस कहती 
खेल सरित में कभी न बहती 
दिन भर घर का करती काम 
जैसे लगी हो कोई लाम 


पर, अम्मा, एक सलाह ले लो 
कुछ पल तुम भी रोज़ खेलो 
खेल के हम खिलखिलाते हैं 
और बड़े हो जाते हैं


बड़े पते की बात है अम्मा,
तुम भी खेलो कुछ पल 'धप्पा!'

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