Monday, 15 March 2021

COVID -19 महामारी के कारण पारंपरिक ठेले का उपयोग करने वाले भारतीय स्ट्रीट विक्रेताओं को एक कठिन वर्ष का सामना करना पड़ा। साल भर के लॉकडाउन की वजह से आने जाने पर प्रतिबन्ध के कारण उनके ग्राहक कम हो गए। यहां तक कि अगर लोग बाहर जाते  हैं, तो हाथ साफ करना, मास्क पहनना और ग्राहकों से सामाजिक दूरी बनाए रखना जैसे महत्वपूर्ण पहलू हैं, जिन्हें वो सड़क के फेरीवालों से खरीदते समय जरुरी मानते हैं और इससे फेरीवालों की बिक्री बाधित हुई और उनकी आजीविका प्रभावित हुई है।

ऐसे समय में, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन (NID), अहमदाबाद के साथ मिलकर COVID-19 युग के लिए ठेला( Street Vending Carts) डिजाइन करने के लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसका  उद्देश्य COVID-19 के कारण आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए नए और लागत प्रभावी ठेले का मॉडल तैयार करना था। इस तरह की मॉडल कार्ट बनाने के लिए 5 अलग-अलग एनआईडी से छब्बीस छात्र टीमों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। खाद्य व्यवसाय और फलों और सब्जी विक्रेताओं के लिए स्ट्रीट वेंडिंग कार्ट को इस प्रतियोगिता के तहत माना गया।

कार्ट के डिजाइन में वस्तुओं के प्रदर्शन, सामानों की पैकेजिंग, बिलिंग की स्वच्छता, गतिशीलता और गाड़ी की कॉम्पैक्टनेस को बनाए रखने के साथ, डस्टबिन, सीट, शेड, लाइटिंग और बिजली की आपूर्ति जैसे सामानों पर विचार किया गया  जिससे कि बदलते समय के साथ ये कार्यकुशल हों और ग्राहकों को आकर्षित कर सकें। सरकार स्ट्रीट वेंडर्स को इन आधुनिक गाड़ियों के बड़े पैमाने पर वितरण की योजना बना रही है। प्रतियोगिता में प्रस्तुत किए गए कुछ मॉडल: CHARIOT, APNA CART




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