तीन वैज्ञानिकों को ब्लैक होल की रचना पर काम करने के लिए पुरस्कार मिला
स्टॉकहोम, 6 अक्टूबर: रोजर पेनरोज, रेनहार्ड जेनजेल और एंड्रिया घेज़ को स्टॉकहोम में एक संवाददाता सम्मेलन में इस साल के भौतिकी के नोबेल पुरस्कार विजेताओं के रूप में घोषित किया गया।
89 वर्ष के रोजर पेनरोज़ को यह दिखाने के लिए सम्मानित किया गया कि "आइंस्टीन के सापेक्षता के सामान्य सिद्धांत से ब्लैक होल का निर्माण होता है ", जबकि 68 वर्षीय जर्मन भौतिक विज्ञानी रेनहार्ड जेनजेल और 55 वर्षीय अमेरिकी प्रोफेसर एंड्रिया गेज़ को संयुक्त रूप से अपनी खोज, " एक अदृश्य और अत्यंत भारी वस्तु हमारी आकाशगंगा के केंद्र में तारों की कक्षाओं को नियंत्रित करती है" के लिए सम्मानित किया गया। दुनिया की सबसे बड़ी दूरबीनों का उपयोग करते हुए, उन्होंने एक अत्यंत भारी, अदृश्य वस्तु, ‘Sagittarius A’, की खोज की जो कि हमारे सूर्य के द्रव्यमान से लगभग 4 मिलियन गुना अधिक है, जो आसपास के सितारों को खींचती है, जिससे हमारी आकाशगंगा मिल्की वे को एक विशेष घुमाव मिलता है।
ब्रिटेन में जन्मे भौतिक विज्ञानी पेनरोस ने 1965 में गणितीय मॉडलिंग का उपयोग किया और बताया कि ब्लैक होल अंतरिक्ष के ऐसे क्षेत्र हैं जहां गुरुत्वाकर्षण इतना मजबूत है कि प्रकाश भी उनसे बच नहीं सकता है। एक trampoline के केंद्र में एक बड़ी वस्तु की स्थापना की कल्पना करें।कपड़ा वस्तु रखने पर बीच में से दब जाता है , जिससे वहाँ गड्ढा पड़ जाता है । कपड़े के किनारे पर एक पत्थर लुढ़काने पर वह अंदर की तरफ आ जाता है, यह उसी तरह से खींचा जाता है जैसे कि किसी ग्रह का गुरुत्वाकर्षण अंतरिक्ष में चट्टानों को अपनी तरफ खींचता है।
यह पुरस्कार रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा प्रस्तुत किया गया है, और इसकी कीमत 10 मिलियन स्वीडिश क्रोनर (£ 864,200) है। यह पुरस्कार उन तीनों के बीच साझा किया जाएगा, जिसमें आधा पेनरोज़ को मिलेगा , और बाकी आधा संयुक्त रूप से जेनजेल और घेज़ को दिया जायेगा । एंड्रिया घेज़ भौतिकी का नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली इतिहास की चौथी महिला हैं।
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