Monday 25 May 2020

डार्क वेब पर 2.9 करोड़ भारतीयों का  व्यक्तिगत डेटा लीक हुआ 

व्यक्तिगत विवरण में ईमेल, फोन, घर का पता, योग्यता आदि शामिल हैं।

दिल्ली, 24 मई: क्या आपने कभी 'डार्क वेब' शब्द सुना है? यदि नहीं, तो पहले समझे  - जब भी हम Google जैसे किसी सर्च इंजन पर कुछ भी खोजते हैं, तो हमें अपनी खोज से संबंधित सभी वेब पृष्ठों (web pages) के लिंक मिलते हैं। ये सभी खोज सर्च इंजन  से शब्दों के एक विशेष सेट द्वारा जुड़े होते हैं। उसी तरह, इंटरनेट पर कुछ वेब (Web) पेज होते हैं, जो एक सर्च इंजन पर दिखाई नहीं देते हैं और सामान्य ब्राउज़रों के माध्यम से इसे एक्सेस (access) नहीं किया जा सकता है। ऐसे web pages को डार्क वेब कहा जाता है। कई साइबर धोखाधड़ी और हैकिंग इन दिनों डार्क वेब के माध्यम से होती है।

एक साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर फर्म साइबल (Cyble) ने पाया है कि एक हैकर ने डार्क वेब के हैकिंग फ़ोरम पर नौकरी चाहने वाले लगभग 2.9 करोड़ भारतीयो  के व्यक्तिगत जानकारी  मुफ्त में पोस्ट किए हैं। लीक हुए व्यक्तिगत विवरणों में संवेदनशील जानकारी जैसे ईमेल, फोन, घर का पता, योग्यता, कार्य अनुभव आदि शामिल हैं।

शोधकर्ता फर्म ने लीक हुए डेटा को हासिल कर लिया है और इसके source  का पता कर रही है।  यह वही फर्म है, जिसने फेसबुक की हैकिंग का खुलासा किया था, जहां हैकर्स ने इस साल अप्रैल में लगभग 267 मिलियन फेसबुक यूजर्स का निजी डेटा बेचा था। 

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