Monday, 31 May 2021

The Children's Post, 31st May 2021

 

The Children's Post, 31st May 2021

 Hello Dear Readers,


In today’s edition, we have

  1. First News is about Indian coast guards assisting firefighting operation by Mohammad Omar Malik
  2. Second story is about political turmoil in a tiny island nation of Samoa by Aarya Krishnan.
  3. Sports news and Olympic entries from India by Suchi Giridhar.
  4. Research and Innovations: Assistive Technology -Standing Wheelchair by Gurpreet Kaur.
  5. Monday Fun includes
    1.  Masterminds – Brain Ticklers,
    2. Identify the Palindrome.
    3. Spot the difference.
    4. Word search
  1. Art Corner – Featuring Coffee art by Mishree Babariya.

7.     Crafts corner – Featuring Shreemathy G

I hope you enjoy reading it. We love your feedback! Please send valuable feedback to tcpedit@gmail.com.

Love,

Padma aunty.





 

Sunday, 30 May 2021

Eiffel Tower glows Green / एफिल टॉवर हरे रंग से चमका

एफिल टॉवर हरे रंग से चमका 

 Eiffel Tower glowing green
Credits: Twitter of Energy Observer


पेरिस, मई २९: हाइड्रोजन सबसे सरल और सबसे प्रचुर मात्रा में पृथ्वी पर मिलने वाला तत्व है।  यह ज्यादातर अन्य तत्वों के साथ मिलकर पानी और हाइड्रोकार्बन जैसे यौगिक बनाता है, जिनसे इसे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।  

हाइड्रोजन गैस को पानी से इलेक्ट्रोलिसिस तकनीक द्वारा निकाला जाता है, जिसमें पानी में एक उच्च विद्युत प्रवाह चलाया जाता है, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन परमाणु को अलग करने के लिए। अगर बिजली पवन या सौर ऊर्जा जैसी अक्षय ऊर्जा से बिजली बनती है, तब हमे जो हाइड्रोजन गैस मिलती है वह हरित हाइड्रोजन है। ऊर्जा बहुत अधिक होने के बावजूद, यह कोई प्रदूषण नहीं करता है। चूंकि सेवन करने पर यह केवल जलवाष्प उत्सर्जित करता है,
इसे कार्बन मुक्त भविष्य के ईंधन के तौर पर उपयोग किया जा सकता है। 

हाल ही में एफिल टावर को हरे हाइड्रोजन द्वारा निर्मित बिजली का उपयोग करके हरे रंग से रोशन किया गया था। यह भविष्य में एक स्थायी ऊर्जा स्रोत के रूप में हरित हाइड्रोजन का उपयोग को लोकप्रिय बनाने का एक प्रयास था।

Saturday, 29 May 2021

The Children's Post, 30 May 2021

 

Hola Amigos,

 

May ends! Rains have begun here J What is the best snack to munch on during the monsoons?

 

Enjoy the edition! Happy summer J

 

Love,

- Shruthi & Vanitha

tcpedit@gmail.com

३००० साल के बाद पहला तस्मानियन डेविल ने ऑस्ट्रेलिया की मुख्यभूमि पर जन्म लिया / First Tasmanian devil born in mainland Australia after 3000 years

३००० साल के बाद पहला तस्मानियन डेविल ने ऑस्ट्रेलिया की मुख्यभूमि पर जन्म लिया  

Tasmanian devil
Image from Wikipedia.org


ऑस्ट्रेलिया, मई २७: तस्मानियाई डैविल एक दलदली जीव है जो तस्मानिया नामक द्वीप में रहता है। वे दुनिया के सबसे बड़े मार्सुपियल मांसाहारी है। डिंगो (एक प्रकार का जंगली कुत्ता) के द्वारा शिकार किए जाने के बाद मुख्य भूमि ऑस्ट्रेलिया में तस्मानियाई डैविलों की संख्या अंततः घटी थी।  चेहरे के ट्यूमर की बीमारी के कारण भी उनकी संख्या में भी कमी आई। 

हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई कन्सेर्वटिव ग्रुप, ऑस्सी अर्क ने २६ वयस्क तस्मानियन डेविल्स को ऑस्ट्रेलियाई मुख भूमि का परिचय कराया। इस ग्रुप ने इन जानवरों को २०२० में जंगल में छोड़ा। इन वयस्कों ने ७ नवजात ऑस्ट्रेलियाई डेविल्स पैदा किये। 

नए तस्मानियाई डैविलों के जन्म के साथ, तस्मानियाई की आबादी बढ़ने की संभावना है, क्यूंकि जैसे-जैसे नवजात तस्मानियाई डैविल वयस्क होते जाते हैं और नए नवजातों को जन्म दे सकते हैं। जैसे-जैसे जनसंख्याबढ़ेगी, यह जानवर विलुप्त होने से बच सकते है। 

The Children's Post, 29th May 2021

Hello fabulous friends,

Many people try to scale the heights of Mount Everest, the highest mountain in the world. Edmund Hillary and Tenzing Norgay were the first mountaineers to reach the summit of Mount Everest, by late morning on May 29, 1953. Therefore, this day is celebrated as Mount Everest day in honor of them.

I don’t plan to trek this weekend but I am planning to work in my yard. What are your plans? Whatever you do, don't forget to have fun!!!

Poornima 
www.mytcp.in


Friday, 28 May 2021

The Children's Post, 28th May 2021

 Dear Cheerful ones,

Congratulations to Aaradhya Agarwal and Arya Gavali for getting all correct answers to last week’s rumble jumble!
Today's edition:
Page 1: If you ever wondered how the "Nemo" clownfish got their white stripes, the answer is there in the lead news for today. The second news is about the world's oldest tattooing tools that have been found and studied.
Page 2: In the flag-o-pedia feature, Amey is telling us www.mytcp.inabout the flag of Andorra: its description, what does it symbolise, and its history.
Page 3: Here we have a wonderful book review by Aadrita Ghose and don't miss the brain wave.
Page 4: We have the 'what if' challenge entries from Rani Chand, Arshiya Gorsiya, and Ishaan Kaila. We also have a lovely poem on My Birthday by Angelin Sherona. Try your hand at the word web and do check out the animal idiom.
Page 5: We have the sports news by Alka Singh, colours sudoku, artist corner by Anika Chawla, and the laughter dose of Funny Bunnies by Aakarsh Agarwal.
Enjoy the edition and have a lovely weekend! Love,

Thursday, 27 May 2021

The Children's Post, 27th May 2021

Dear Readers

Over the next few days, the privacy debate in India will only heat up. You will read a lot of articles telling you about sovereignty of India, government's rules, etc. 

But what are these rules? What do they say? What is the government asking social media companies to do and why? 

Today, we have a 3 page exhaustive story that is based on the actual Gazette notification of these rules. You can read the full text of the rules here: 225464.pdf (meity.gov.in)

Do read this story to understand the rules and what they ask the social media giants to do. The report has inputs from Anirudh Bhargava. 

We have also presented two related incidents - where the government and social media giants are not in agreement. 

And the most important part of this edition is - We have asked you to think and share your thoughts. Don't be in a hurry to decide. All sides to an argument have valid points. We don't want you to take a unilateral side. If you can, present your views on the impact (without any judgement of good or bad) of each decision on us, the people of India. 

The lead news, of course, is about Yaas. Amey Haldankar reports. 

After the news, we have: 

A. Your page - Art by Shabana Begum, Divya Acharya, and K P Harvish 

B. Veervar Vijeta - last week's answers and winners and this week's challenges 

C. Comic by Comedy Majors 

D. Sports News by Ishaan Kaila 

Enjoy the edition! 

Love 

Nidhi aunty 



बिहार से ब्रिटेन को निर्यात की गई शाही लीची /Shahi Litchi exported from Bihar to UK

 आर्या सिन्हा की खबर

पटना, 25 मई: जीआई प्रमाणन(GI certification) के साथ लीची की पहली खेप ब्रिटेन को निर्यात की गई। इसे बिहार के मुजफ्फरपुर के किसानों से मंगवाया गया था। शाही लीची को सीरा एंटरप्राइजेज, भारत द्वारा निर्यात किया गया था और H&J Veg, लंदन द्वारा आयात किया गया था। जीआई या भौगोलिक संकेत(Geographical Indication) का उपयोग एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र से उत्पन्न होने वाले उत्पादों के लिए किया जाता है और किसानों को उत्पाद का प्रीमियम मूल्य प्राप्त करने में मदद करता है।

शाही लीची, बिहार से जीआई प्रमाणन प्राप्त करने वाला चौथा उत्पाद है। 2018 में, 3 अन्य उत्पादों, जरदालु आम, कतरनी चावल और मगही पान को प्रमाणन मिला था। लीची का जीवनकाल बहुत छोटा होता है, इसलिए इसे अन्य देशों में भी निर्यात करने के अधिक अवसर तलाशने के प्रयास किये जा रहे हैं। भारत लीची का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, पहला चीन है। भारत में लीची के उत्पादन में बिहार सबसे ऊपर है।



Wednesday, 26 May 2021

26 मई को पूर्ण चंद्रग्रहण और सुपरमून का संयोग /Total lunar eclipse and supermoon coincide on 26th May

 श्रेया अग्रवाल द्वारा समाचार 

वाशिंगटन डी.सी., 25 मई: चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है। यह तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है। चंद्र ग्रहण केवल पूर्णिमा की रात को ही होता है। यह कुछ घंटों के लिए दिखाई देता है और दुनिया के कुछ हिस्सों में ही देखा जाता है। चंद्र ग्रहण के बाद चंद्रमा आमतौर पर लाल-भूरे रंग का दिखता है।

पूर्ण चंद्र ग्रहण पश्चिमी महाद्वीपीय संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा, पूरे मेक्सिको, अधिकांश मध्य अमेरिका और इक्वाडोर, पश्चिमी पेरू, दक्षिणी चिली और अर्जेंटीना में चंद्रमा के अस्त होने के समय दिखाई देगा। एशियन पैसिफिक किनारे पर, पूर्ण ग्रहण चंद्रोदय के ठीक बाद दिखाई देगा। ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 2 मिनट है।

 Penumbral eclipse ०८४७ UTC से शुरू होगा और 1349 UTC पर समाप्त होगा। अधिकतम ग्रहण 1118 UTC  पर होगा। यह भारत के सभी हिस्सों में दिखाई नहीं देगा। लेकिन आंशिक चंद्रग्रहण उत्तर-पूर्वी राज्यों, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों में देखा जाएगा। सुपरमून तब होता है जब चंद्रमा की कक्षा पृथ्वी के सबसे करीब होती है। इस घटना के दौरान, क्योंकि पूर्ण चंद्र सामान्य से थोड़ा अधिक करीब है, यह आकाश में विशेष रूप से बड़ा और चमकीला दिखाई देता है।



कांगो में माउंट न्यारागोंगो में विस्फोट/Mount Nyiragongo Erupts in Congo

हज़ारों लोग भागकर आस-पास के इलाकों में चले गए - अनन्या सिंह की रिपोर्ट

गोमा, 24 मई: कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) के गोमा शहर में एक सक्रिय ज्वालामुखी माउंट न्यारागोंगो 22 मई, 2021 की शाम लगभग 7:00 बजे फूटा। विस्फोट के कारण गहरा आकाश अंगारों जैसा लाल हो गया और तेज़  गड़गड़ाहट (जब राख, चट्टानें और मैग्मा विस्फोट के दौरान टकराते हैं, तो ज्वालामुखी के चारों ओर बिजली पैदा होती है, जिसे 'डर्टी थंडरस्टॉर्म' भी कहा जाता है) और आसपास के क्षेत्रों में झटके आये।

प्रधान मंत्री जीन-मिशेल समा लुकोंडे ने DCR की राजधानी किंशासा में एक आपातकालीन बैठक बुलाई और रवांडा और युगांडा की सरकारों के सहयोग से गोमा के नागरिकों के लिए निकासी की योजना बनाई। रवांडा में शरण लेने के लिए आसपास के गांवों से हजारों लोग भाग कर आ गए। आग को भड़कने से रोकने के लिए गोमा शहर में बिजली बंद कर दी गई और एहतियात के तौर पर विमानों को बुकावु और एंटेबे (युगांडा में) शहर ले जाया गया।

विस्फोट के सात घंटे बाद, लावा थम गया और तब अधिकांश लोग घर लौट आए। 

11, 500 फीट की ऊंचाई पर, माउंट न्यारागोंगो, विरुंगा पर्वत का एक हिस्सा है जो युगांडा और रवांडा के साथ DRC की सीमा के पास स्थित ज्वालामुखियों की एक श्रृंखला है। इसे दुनिया के सबसे सक्रिय और खतरनाक ज्वालामुखियों में से एक माना जाता है। जो चीज इसे खतरनाक बनाती है, वह है इसके लावा में कम सिलिका सामग्री, जो कि लावा को अधिक तरल और तेजी से बहने वाला बनाता है।

माउंट न्यारागोंगो एक स्ट्रैटोवोलकानो है। एक स्ट्रैटोवोलकानो एक तीव्र ढलान वाला शंक्वाकार(steep conical) आकार का ज्वालामुखी है जिसमें कठोर लावा की एक परत होती है। गोमा ज्वालामुखी वेधशाला (जीएमवी) के विशेषज्ञ ज्वालामुखी में तापमान, भूकंपीय गतिविधि और गैस उत्सर्जन की निगरानी करते हैं। ज्वालामुखी आखिरी बार 2002 में फटा था।




The Children's Post, 26th May 2021

Hello dear readers,
Today, two celestial events will take place at the same time. One is the supermoon, and the other is a total lunar eclipse. Because of the total lunar eclipse, the moon will also appear to be red in colour. Read in the main news by Shreya Agarwal.
APEDA (Agricultural and Processed food products export development Authority) collaborated with the department of Bihar for export of Shahi Litchi. Aryaa Sinha reports this in the second news for the day.
Page 2 - "The mind is everything. What you think you become." This famous quote is by Lord Buddha. Today is Buddha Purnima- A special feature.
Page 3 - Lunar eclipse also has a folklore to it. Read about them in the feature by Sunil Behera.
Page 4 - A beautiful rainy day described by Saiansh in his poem
Did you know, and quote of the day.
Wednesday Champs..Congratulations!
Page 5 - A yummy chocolatey recipe shared by Jahnvi.
A rainbow maze for you - find your way out!
Page 6 - Twist in the tongue by Anant Rajput.
A beautiful drawing contributed by Rishita Jain.
Sports news by our young journalist Aditi Mukund.
Happy Reading:)
Love,
Deepti

Monday, 24 May 2021

The Children's Post, 25th May 2021

 Hello readers,

An unlikely guest came to visit us yesterday. It was a very peculiar looking Glossy Ibis with a shiny black body that had hints of blue all over, piercing eyes, long spindly legs, and an extraordinary voice. In fact, it was the sound that drew my attention. I was on the terrace desperately trying my hand at an inscrutable yoga pose when I heard a raspy guttural grunt that was not pleasing at all but was certainly interesting. I looked around to see where it was coming from. It was then that our eyes met, and an unlikely enmity formed. It knew it was a magnificent creature and I felt it challenged me to prove my magnificence. I gladly left my yoga mat and walked slowly towards this beast. We surveyed each other oddly. I decided to stop at a safe distance to not disturb its ‘zone of safety’ and keep the hair on my head safe.
It waited for some time and then tilted its head. Taking the gesture as a clear indication of a dance-off, I tilted my head too. It then tucked one of its legs under its feather. Not wanting to be outdone, I tried to balance on one leg too. The beast certainly had a lot to say, it suddenly ruffled its feathers. I flapped my t-shirt to let the bird know that I definitely am no novice in this challenge. It then started pecking on some insects and making the same guttural noise. Not wanting the bird to have the last word, I started to peck too (ughh! no, not insects!) in the air and made the only bird sound that I knew – Caw-Caw.
Just then the terrace door opened and in came my entire family. I looked at them with my head still tilted, balancing on one leg, pecking, and cawing. ‘Dear Lord, what happened to you?’, said my family. I looked at the bird, hoping it would help me with an explanation. But the traitor deserted me in my time of need and fluttered away. My family’s faces had clearly established that it had won.
Enjoy the edition!
Priyanka
www.mytcp.in



The Children's Post, 24th May 2021

 

Hello Dear Readers,


In today’s edition, we have

  1. News by Empower Young Journalist Gurpreet Kaur.
  2. Research and Innovations in Orthopedic Immobilization Technology by Suchi Giridhar
  3. Indian athletes for Tokyo 2020 by Empower Young Journalist Suchi Giridhar.
  4. Monday Fun includes
    1.  Masterminds – Brain Ticklers,
    2. Identify the collective nouns
    3. Spot the difference.
    4. Word search
  1. Art Corner – Featuring Krisha Modi
  2. Crafts corner – Featuring Shivani Manivannan
  3. Sports news by Empower Young Journalist Aarya Krishnan.

I hope you enjoy reading it. We love your feedback! Please send valuable feedback to tcpedit@gmail.com.

Love,

Padma aunty.



सोलर ऑर्बिटर द्वारा पकड़ा गया पहला सौर विस्फोट/First Solar Eruption captured by Solar Orbiter

 यंग जर्नलिस्ट स्वस्ति शर्मा की खबर 

वाशिंगटन, 22 मई: सौर ऑर्बिटर, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) और नासा के बीच सहयोग से बना एक अंतरिक्ष मिशन फरवरी 2020 में हमारे सूर्य का अध्ययन करने के लिए लॉन्च किया गया था। हाल ही में 12 फरवरी, 2021 को, यह हमारे सूर्य के करीब था। इसलिए इसने अपने रिमोट सेंसिंग इंस्ट्रूमेंट, सोलर ऑर्बिटर हेलिओस्फेरिक इमेजर (Solar Orbiter Heliospheric Imager (SoloHI))के माध्यम से दो कोरोनल मास इजेक्शन (CME) को देखा।

 CME सौर वातावरण के कणों का सौर मंडल में  विस्फोट है। इसमें अंतरिक्ष मौसम को गति देने की क्षमता है। यह कण वायुमंडल वाले ग्रहों पर aurora (प्रकाश की किरणों से युक्त वायुमंडलीय घटना) प्रज्वलित करते हैं। यह कुछ तकनीकों में खराबी पैदा कर सकता है और अंतरिक्ष यात्रियों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, सौर मंडल से गुजरते समय CME को समझना और उनकी प्रगति को ट्रैक करना महत्वपूर्ण है ।



50 बिलियन: पृथ्वी पर पक्षियों की कुल अनुमानित जनसंख्या/50 Billion: Estimated Total Bird population on Earth

 यंग जर्नलिस्ट गुरमेहर की खबर 

ऑस्ट्रेलिया, 22 मई: ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय के पक्षीविज्ञानियों और शोधकर्ताओं ने पृथ्वी पर निवास करने वाली पक्षियों की प्रजातियों की सफलतापूर्वक पहली जनगणना (गिनती की गई जनसंख्या) की है। अध्ययन से पता चलता है कि कम से कम 50 अरब पक्षी हैं, जो कि एक इंसान के अनुपात में छह पक्षी होंगे। शोध से पता चलता है कि सभी विश्लेषित ९,७०० प्रजातियों (९२% जीवित) में से चार प्रजातियों को शोधकर्ताओं ने  'बिलियन क्लब' (प्रजातियों की आबादी प्रति प्रजाति एक अरब से अधिक थी) में शामिल किया है। वे हैं गौरैया (1.6 बिलियन), यूरोपियन स्टार्लिंग (1.3 बिलियन), रिंग-बिल्ड गल (1.2 बिलियन), और बार्न स्वॉलो (1.1 बिलियन)। कुछ प्रजातियों (लगभग 12%) में प्रति प्रजाति बहुत कम लगभग 5000 की संख्या  है। पक्षी विज्ञानी ईबर्ड, पार्टनर्स इन फ्लाइट और बर्डलाइफ इंटरनेशनल के डेटा को मिलाकर इन संख्याओं का अनुमान लगाने में कामयाब रहे और इस गणना पर पहुंचने के लिए उन्होंने एक एल्गोरिदम बनाया। पारिस्थितिकी(ecology), विकास(evolution) और संरक्षण (conservation) के विषयों में आवश्यक होने के कारण यह अध्ययन अपना महत्व रखता है। अध्ययन मुख्य रूप से इस कारण कठिन था क्यूंकि पक्षी विभिन्न रंगों, आकारों और छलावरणों(camouflage) में आते हैं, जिससे उन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है।



Saturday, 22 May 2021

The Children's Post, 23rd May 2021

 Hola Amigos,

 

May is coming to an end soon! Tell us what you learnt and did this summer of 2021?

 

Enjoy the edition! Happy summer J

 

Love,

- Shruthi Aunty

tcpedit@gmail.com

आईएनएस राजपूत को सेवानिवृत किया गया / INS Rajput decommissioned

आईएनएस राजपूत को सेवानिवृत किया गया 

Image: INS Rajput.
Image Credit: Indian Navy Spokesperson Twitter

दिल्ली, मई २१: आईएनएस राजपूत, भारतीय नौसेना का पहला विध्वंसक जहाज, 4 मई, 1980 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। अपनी 41 वर्षों की सेवा के दौरान, जहाज ने 787,194 समुद्री मील (जो दुनिया भर में ३६.५ बार नेविगेट करने के समान है) से अधिक की यात्रा की, ३१ कमांडिंग ऑफिसरों द्वारा संचालित किया गया था, और
कई परियोजनाओं और बचाव अभियानों में भाग लिया। 

बिना किसी धामधूम के, विशाखापत्तनम के नेवल डॉकयार्ड में इसे सेवानिवृत किया गया।  

दुनिया के पहले परमाणु विस्फोट के मलबे में मिला असामान्य क्रिस्टल / Unusual crystal found in debris of world's first nuclear detonation

दुनिया के पहले परमाणु विस्फोट के मलबे में मिला असामान्य क्रिस्टल

क्वासिक क्रिस्टल क्या है?

Red Trinitite
Image Credits: L.Bindi and P.J.Steinhardt


दिल्ली, मई २१: क्वासी क्रिस्टल क्या है? क्रिस्टल एक यौगिक है जिसमें परमाणु एक निश्चित दोहराव पैटर्न में व्यवस्थित होते हैं। क्वासी क्रिस्टल में परमाणु एक व्यवस्थित पैटर्न में रहते है, लेकिन उस में दोहराव नहीं होता है।  

1946 में न्यू मैक्सिको में यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी द्वारा दुनिया के पहले परमाणु बम का परीक्षण किया गया था। 
विस्फोट ने अत्यधिक उच्च तापमान और दबाव का उत्पादन किया।  विस्फोट के परिणामस्वरूप उस क्षेत्र के चारों ओर की रेत, परमाणु उपकरण से तांबे के तार, और अन्य पदार्थ एक गिलास जैसे पदार्थ में परिवर्तिति हो गए। परमाणु परीक्षण ट्रिनिटी के नाम पर इस पदार्थ को पदार्थ को त्रिनिटाइट नाम दिया गया। 

वैज्ञानिकों की टीम ने लाल ट्रिनिटाइट के 10 माइक्रोग्राम के नमूने की जांच की और नमूने में पांच तरफा क्वासिक क्रिस्टल पाया। क्वासिक क्रिस्टल सिलिकॉन, लोहे और तांबे से बना पाया गया, जो पृथ्वी पर पाया जाने वाला एक दुर्लभ संयोजन है।

इन खोजों से वैज्ञानिकों को इस बात का प्रमाण मिलता है कि मानव निर्मित विस्फोट से भी क्वासिक क्रिस्टल बन सकते हैं।  प्रकृति में, यह केवल तापमान की चरम स्थितियों और दबाव में ही संभव पाया गया है। 

The Children's Post, 22nd May 2021

Hello Lovely little ones,

Enjoy the edition and have a super weekend! Hope you are all enjoying the summer specials like mangoes, lassi, lemonade, and other yummy things. :)

Love,

Poornima

www.mytcp.in

Friday, 21 May 2021

The Children's Post, 21st May 2021

 Dear Loved Ones,


Congratulations to Swetha R, Amey Haldankar, Arya Gavali, Kanishka Parjapat, and Geet Naik for giving the correct answer to last week’s Junior Sudoku.


The edition:


Page 1: It has two very exciting news pieces by our young journalists Tanvi and Alka Singh. The first news is about the newly carved World's largest iceberg and the second news is about the rare living fossil fish caught in the Indian Ocean.


Page 2: May 21st is International Tea Day and our young journalist Alka Singh is telling us all we need to know about it! This page also has the answers to last week's 'what if' challenge.


Page 3: This week in flag-o-pedia, Amey is telling us about the flag of Algeria; its description, colours, how it evolved, everything!


Page 4: There is a lovely book review by Vivan Bhargava, a beautiful poem for mom and dad by Bhargavi Patil, and this week's 'what if' challenge.


Page 5: We have the sports news, the rumble jumble, beautiful artwork by Kavya Ramani, and the laughter dose of Funny Bunnies by Aakarsh Agarwal.


Enjoy the edition and have a fun-filled weekend! 

Love, 

Harinder



Thursday, 20 May 2021

ईरान ने पेट्रोपर्स ग्रुप को फरजाद-बी ऑयल फील्ड्स के विकास अधिकार प्रदान किए/Iran awards development rights of Farzad-B Oil Fields to Petropars Group

 ओएनजीसी विदेश लिमिटेड द्वारा तेल क्षेत्र की खोज की गई थी - अनन्या सिंह की रिपोर्ट

दिल्ली, 19 मई: आइए यह समझने से शुरुआत करें कि तेल क्षेत्रों की खोज और विकास कैसे किया जाता है। जैसा कि आप जानते हैं, तेल क्षेत्र हमें हमारे द्वारा उपयोग किए जाने वाले सभी जीवाश्म ईंधन (पेट्रोल, डीजल, वायु टरबाइन ईंधन, गैसोलीन, आदि) देते हैं। हम तेल क्षेत्रों को कैसे खोजते और विकसित करते हैं?

तेल क्षेत्रों को विकसित करने के लिए अनुबंध के चरण

मान लीजिए किसी देश को लगता है कि उसके पास एक निश्चित क्षेत्र में तेल जमा है।वह तेल कंपनियों को वहां काम करने के लिए आमंत्रित करता है। तीन चरण हैं:

अन्वेषण अनुबंध: यह एक कंपनी को एक निश्चित क्षेत्र का पता लगाने की अनुमति देता है ताकि यह पता लगाया जा सके कि व्यावसायिक रूप से संभव तेल क्षेत्र मौजूद हैं या नहीं।

खनन/विकास अनुबंध: यदि एक बड़ा पर्याप्त तेल क्षेत्र पाया जाता है, तो तेल क्षेत्र की खदान और निकाले गए तेल को बेचने के लिए उसी/अन्य कंपनी के साथ एक नया अनुबंध बनाया जाता है।

परिवहन ठेके : तेल को अन्य स्थानों तक पहुँचाने के लिए कंपनियों को दिए गए ठेके। खरीदारों को छूट की अनुमति देने वाले अनुच्छेद भी यहां जोड़े गए हैं।

ईरान ने पेट्रोपर्स ग्रुप के साथ साझेदारी की घोषणा की

ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (OVL), राज्य के स्वामित्व वाली तेल और प्राकृतिक गैस कॉर्प (ओएनजीसी) की विदेशी निवेश शाखा को सोमवार, 17 मई को एक झटका लगा, जब ईरान ने फरजाद-बी ऑयल फील्ड के लिए एक स्थानीय (ईरानी) कंपनी, पेट्रोपार्स ग्रुप के साथ 1.78 अरब डॉलर के खनन अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। अनुबंध में अगले 5 वर्षों में 28 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस के दैनिक उत्पादन की परिकल्पना की गई है। अनुबंध में कुओं का निर्माण और संचालन, एक गैस पृथक्करण संयंत्र और उत्पादन को रिफाइनरियों में स्थानांतरित करने के लिए पाइपलाइन शामिल हैं।

ओएनजीसी, ईरान और फरजाद-बी ऑयल फील्ड की कहानी

2002 में, ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (OVL) ने नए तेल क्षेत्रों को खोजने के लिए ईरान के साथ सहयोग किया। 2008 में, ओएनजीसी सफल रहा और उसने फ़ारसी अपतटीय (समुद्र में ) अन्वेषण ब्लॉक में एक विशाल गैस क्षेत्र की खोज की। इस क्षेत्र का नाम फरजाद-बी था और इसमें 23 ट्रिलियन क्यूबिक फीट गैस का भंडार है, जिसमें से लगभग 60 प्रतिशत वसूली योग्य है (मानव उपयोग के लिए बाहर लाया जा सकता है)। सीधे शब्दों में, इसका मतलब है कि इस ब्लॉक में एक तेल कंपनी के लिए ड्रिल करने, बेचने और पैसा बनाने के लिए पर्याप्त तेल है। उसके बाद, ओवीएल और उसके सहयोगियों ने खोज के विकास के लिए 11 अरब डॉलर तक के निवेश की पेशकश की। हालांकि, अनुबंध को अंतिम रूप नहीं दिया गया था।

ओवीएल तेल क्षेत्र का खनन करके और वहां से तेल बेचकर अन्वेषण चरण (2002-2009) के दौरान किए गए निवेश की वसूली की उम्मीद कर रहा था। तेहरान और नई दिल्ली ने एक दशक से अधिक समय तक एक नए अनुबंध पर चर्चा जारी रखी। सबसे पहले, 2009 से 2012 तक। फिर, 2015 में बातचीत फिर से शुरू हुई और 2020 तक जारी रही लेकिन ईरान को लगा कि भारत द्वारा रखी गई शर्तें स्वीकार्य नहीं हैं और भारत को लगा कि ईरान लगातार या तो बदलाव के लिए कह रहा है या अंतिम निर्णय को स्थगित कर रहा है।

अंत में, अक्टूबर 2020 में, ईरान ने भारत को सूचित किया कि वह तेल ब्लॉक को संचालित करने के लिए एक स्थानीय कंपनी के साथ साझेदारी करेगा।

यह काम कंपनियों को करना था, लेकिन परियोजना के महत्व के कारण दोनों सरकारें इसमें शामिल थीं।

अमेरिकी कोण 

अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध (आदेश कि कोई भी देश किसी निश्चित देश से नहीं खरीदेगा) लगाया है। इस वजह से भारत ने 2019-20 में ईरान से ज्यादा तेल नहीं खरीदा। इससे ईरान खुश नहीं था। हालाँकि, चाबहार बंदरगाह, ईरान में भारत द्वारा विकसित किया जा रहा एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है, जिसको कि प्रतिबंधों से बाहर रखा गया था और भारत को बंदरगाह पर काम करने की अनुमति दी गई थी। भारत ने इस बंदरगाह का एक हिस्सा विकसित किया है, जो दिसंबर 2017 से चालू है। भारत ने बंदरगाह के लिए रेलवे लिंक के निर्माण में भी रुचि व्यक्त की। लेकिन ईरान ने इसे अपने दम पर बनाने का फैसला किया।

ईरान फिलहाल अमेरिका से प्रतिबंध हटाने के लिए बातचीत कर रहा है, ताकि वह अपना तेल दूसरे देशों को बेच सके। लेकिन वह अपनी तेल परियोजनाओं के लिए स्थानीय कंपनियों को अधिकार दे रहा है।



The Children's Post, 20th May 2021

 Dear readers 

Today we have a very interesting piece of news for you, written by EJ Ananya Singh. After that we have: 

A. Your Page - Art by Bishwajit Bhowmik, P. Bhoomika Ananya, and a lovely list by Sanskruti Khurde. 

B. Meme by Amey Haldankar and Comedy Majors 

C. A phonics poem by Yashasvi Anika Tandon 

D. Veervar Vijeta - last week's answers and winners and this week's challenge. 

E. Sports News by Ishaan Kaila 

- Enjoy the edition. 

Love 

Nidhi aunty 




हबल ने सभी आकृतियों और आकारों की आकाशगंगाओं के समूह को कैप्चर किया /Hubble captures a cluster with galaxies of all shapes and sizes

आर्या सिन्हा द्वारा समाचार 

नई दिल्ली, 18 मई: हबल टीम (1990 में लॉन्च किया गया हबल टेलीस्कोप, जो कि NASA और ESA द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है) ने गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग द्वारा ACO S 295 नामक आकाशगंगा समूह की, और साथ ही पृष्ठभूमि की आकाशगंगाओं और आगे के तारों की भीड़ की छवि जारी की। गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग एक प्राकृतिक तकनीक है जो कि तब घटित होती है जब दूर की आकाशगंगाओं द्वारा उत्सर्जित प्रकाश ब्रह्मांड में विशालकाय  वस्तुओं से गुजरता है। वस्तु का गुरुत्वाकर्षण खिंचाव प्रकाश को विकृत या मोड़ सकता है, जिससे हम उसके पीछे की वस्तुओं को देख सकते हैं। इसका प्रभाव एक विशाल आवर्धक कांच(magnifying glass) के माध्यम से देखने जैसा है। यह शोधकर्ताओं को दूर की आकाशगंगाओं का अध्ययन करने की अनुमति देता है। ACO S 295, नक्षत्र Horologium (दक्षिणी गोलार्ध में दिखाई देने वाला) में है। इस समूह में अण्डाकार से लेकर सर्पिल तक सभी आकार और माप की सैकड़ों आकाशगंगाएँ हैं।



Wednesday, 19 May 2021

साहित्य अकादमी पुरस्कार 2020 की घोषणा /Sahitya Akademi Awards 2020 announced

 श्रेया अग्रवाल द्वारा समाचार 

नई दिल्ली, 18 मई: 1954 में स्थापित, साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रतिवर्ष किसी भी प्रमुख भारतीय भाषा में उत्कृष्ट साहित्यिक कृतियों के लिए दिए जाते हैं। पुरस्कार में एक शॉल, एक ताम्रपत्र और 1,00,000 रुपये की राशि दी जाती  हैं।

अब तक 20 भाषाओं के लिए 2020 के पुरस्कारों की घोषणा की जा चुकी है। मलयालम, उड़िया, राजस्थानी और नेपाली भाषाओं में विजेताओं की घोषणा होने की उम्मीद है। सम्मानित साहित्यिक कृतियों में कविताओं की सात पुस्तकें, चार उपन्यास, पांच लघु कथाएँ, दो नाटक, एक संस्मरण और एक महाकाव्य कविता (एक महाकाव्य एक लंबी कविता है जो एक कहानी कहती है) शामिल हैं।

सुश्री अरुंधति सुब्रमण्यम, श्री हरीश मीनाशरु, सुश्री अनामिका, श्री आर.एस. भास्कर, श्री इरुंगबम देवेन, श्री रूपचंद हंसदा और श्री निखिलेश्वर ने अपने काव्य कार्यों के लिए पुरस्कार जीता है। श्री नंदा खरे, डॉ महेश चंद्र शर्मा गौतम, श्री इमैयम और श्री हुसैन-उल-हक ने अपने उपन्यासों के लिए इसे जीता है।

श्री अपूर्व कुमार सैकिया, श्री धरणीधर ओवारी, श्री हृदय कौल भारती, श्री कमलकांत झा और श्री गुरदेव सिंह रूपाना ने अपनी लघु कथाओं के लिए पुरस्कार जीते हैं। श्री ज्ञान सिंह और श्री जेठो लालवानी ने अपने नाटकों के लिए पुरस्कार जीता। अंत में, श्री शंकर (मणिशंकर मुखोपाध्याय) और श्री एम. वीरप्पा मोइली ने क्रमशः अपने संस्मरण और महाकाव्य कविता के लिए पुरस्कार जीता है।

एक समारोह में लेखकों को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। समारोह की तारीख की घोषणा नहीं की गई है।



चक्रवात Tauktae भारत के पश्चिमी तट के सहारे आगे बढ़ रहा है /Cyclone Tauktae Swirls Through India’s Western Coast

IMD ने मुंबई, कोंकण तट के लिए रेड अलर्ट जारी किया - अनिरुद्ध भार्गव की रिपोर्ट

पणजी, 17 मई: ‘Tauktae’ (उच्चारण ताउ'ते - एक बर्मी शब्द है जिसका अर्थ है 'गेको या छिपकली') भारत के पश्चिमी तट पर इस वर्ष का पहला उष्णकटिबंधीय चक्रवाती तूफान है। 14 मई 2021 को अरब सागर के ऊपर एक गहरा डिप्रेशन बना जो जल्द ही 15 मई 2021 को एक चक्रवात बन गया। डिप्रेशन एक कम दबाव वाला क्षेत्र है जिसमें हवा की गति 32-50 किमी प्रति घंटे होती है। चक्रवात, एक गोलाकार गति में चलती हुई तेज़ आँधी है जो कि तूफान का कारण बनती है।

समुद्र के गर्म होने के कारण 17 मई को 155-185 किमी प्रति घंटे की हवा की गति के साथ Tauktae तेजी से एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया।

चक्रवात कैसे बनते हैं? उष्णकटिबंधीय चक्रवात अपनी ऊर्जा गर्म पानी से प्राप्त करते हैं। जब नम हवा ऊपर उठती है और उसमें मौजूद जलवाष्प संघनित हो जाता है तो गर्मी पैदा होती है। इससे वायुदाब में गिरावट आती है। चक्रवात की तीव्रता के लिए कम दबाव प्रणाली अनुकूल परिस्थिति है। बंगाल की खाड़ी की तुलना में अरब सागर में चक्रवात बहुत दुर्लभ हैं।

चक्रवात का मार्ग: चक्रवात केरल, लक्षद्वीप, कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र के तट के साथ आगे बढ़ रहा है, जिसके कारण भारी वर्षा और अचानक बाढ़ आई है और जिससे संपत्ति, फसलों और भूमि को काफी नुकसान पहुंचा है। Tauktae ने सोमवार रात गुजरात तट के पास लैंडफॉल बनाया और 18 मई की सुबह के आसपास पोरबंदर और महुवा के बीच गुजरात तट को पार करने की उम्मीद है।



तैयारी योजना: भारतीय मौसम विभाग ने मुंबई और कोंकण तट के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। रेड अलर्ट का मतलब बेहद खराब मौसम की आशंका है और संबंधित लोगों को खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, गोवा और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में 4,700 लोगों के साथ 100 बचाव दल तैनात हैं। महाराष्ट्र और गुजरात में सभी नावों को समुद्र से निकाल कर सुरक्षित बंदरगाह में रख दिया गया है। कई निचले इलाकों को खाली करा लिया गया है। गोवा के 80 गांवों के 10,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। भारतीय वायुसेना अपने बचाव विमान और हेलीकॉप्टर के साथ तैयार है। 

गुजरात में इसके लैंडफॉल के बाद, गुजरात को पार करते समय Tauktae कमजोर हो जाएगा और दक्षिण राजस्थान पर एक कमजोर अवसाद(depression) के रूप में समाप्त हो जाएगा।




The Children's Post, 19th May 2021

Hello dear readers,
Page 1 - News stories by our dynamic young journalist's Shreya Agarwal, and Aryaa Sinha.
Page 2 - The concentration of stars in a band adds to the evidence that the Milky Way is a spiral galaxy. If we lived in an elliptical galaxy, we would see the stars of our galaxy spread out all around the sky, not in a single band. Do you agree? Well read about the shape of our galaxy in today's feature by Sunil Behera.
Page 3 - A yum recipe shared by Arjavi Sawant. Do try it out.
Wednesday Champs..Congratulations. Let's see if you know the answer to today's question.
Tongue twister twisted by Arshiya Gorsiya.
Page 4 - Beautiful artwork contributed by P. Bhoomika.
Quote of the day, and Did you know on this page.
The World Curling Championship is underway. Aditi Mukund edited the sports news today. Do read about this new sport. At least I didn't know something like this was also played in the world.
Happy Reading:)
Love,
Deepti

Tuesday, 18 May 2021

क्या पौधों के साथ बातचीत संभव है?/Is communication with plants possible?

 एम्पावर यंग जर्नलिस्ट मो. उमर मलिक की खबर

सिंगापुर, 15 मई: सिंगापुर के नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (NTU)के वैज्ञानिक प्रकृति और प्रौद्योगिकी के अनूठे संलयन पर काम कर रहे हैं, जिसे रोबो-प्लांट्स कहा जाता है।

 थर्मोजेल (एक जेल जो ठंडे तापमान में तरल अवस्था में होता है लेकिन कमरे के तापमान में जम जाता है) का उपयोग करके पतले फिल्म जैसे इलेक्ट्रोड एक पौधे से जोड़े गए। ये इलेक्ट्रोड पौधे द्वारा उत्सर्जित कमजोर विद्युत आवेगों(electric impulses) का पता लगाते हैं। फिर सिग्नल स्मार्टफोन में एक एप्लिकेशन में ट्रांसफर हो जाते हैं। इन संकेतों के विश्लेषण से पौधों के काम करने के तरीके के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है और पौधे का प्रबंधन करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।



उनके शुरुआती प्रयोग वीनस फ्लाईट्रैप पर किए गए, जो एक कीटभक्षी पौधा है। जब कोई कीट इस पर बैठता है तो यह पौधा अपने आप बंद हो जाता है। शोधकर्ता उन संकेतों का पता लगाने और उनका विश्लेषण करने में सक्षम थे जो वीनस फ्लाई ट्रैप को बंद करने में मदद करते हैं। फिर इन संकेतों को नरम इलेक्ट्रोड का उपयोग करके पौधे में वापस प्रेषित किया गया जिससे एक बटन को दबाते ही कीट बंद हो जाता था ।

ये प्रयोग बहुत ही प्रारंभिक अवस्था में हैं और विभिन्न पौधों द्वारा उत्सर्जित विभिन्न संकेतों को समझने के लिए इनका विस्तार किया जाना है। इसका उद्देश्य किसानों के लिए प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली विकसित करना है जो लक्षण स्पष्ट होने से पहले बीमारी के संकेतों के आधार पर अपनी फसलों की बेहतर देखभाल करने में सक्षम होंगे।



(Image credit: https://devicematerialscommunity.nature.com/)

ट्लाटोलोफस गैलोरम, 'बहुत संवादी' डायनासोर की एक नई प्रजाति/Tlatolophus galorum, a new species of ‘very communicative’ dinosaur

  एम्पावर यंग जर्नलिस्ट गुरप्रीत कौर की खबर

कोआहुइला (मेक्सिको) 17 मई: मैक्सिकन जीवाश्म विज्ञानी (वैज्ञानिक जो जानवरों और पौधों के जीवाश्मों का अध्ययन करते हैं) ने मेक्सिको के उत्तरी राज्य कोआहुइला से डायनासोर की एक नई प्रजाति के जीवाश्म की खोज की। माना जाता है कि डायनासोर की मृत्यु लगभग 72 मिलियन वर्ष पहले हुई थी।

प्रारंभ में, जीवाश्म विज्ञानियों को केवल डायनासोर की पूंछ मिली। इसके बाद इसकी खोपड़ी और 1.32 मीटर खोखले हड्डीदार शिखा(bony crest) की खोज हुई। उन्हें फीमर और कंधे की हड्डियाँ भी मिलीं। डायनासोर के आकार का अनुमान 12 मीटर लगाया जा रहा है क्योंकि पूंछ ही 6 मीटर लंबी है।

वे यह भी अनुमान लगा रहे हैं कि ये डायनासोर "बहुत संचारी" थे और अपनी हड्डीदार और खोखले शिखा का उपयोग करके कम आवृत्ति वाली ध्वनियों (इन्फ्रासाउंड) का इस्तेमाल करते थे, जो आज के हाथी संवाद करने के लिए करते हैं। वे शिकारियों को डराने के लिए तेज आवाज करने में भी सक्षम थे।

इस डायनासोर प्रजाति का नाम ट्लाटोलोफस गैलोरम रखा गया है। ट्लाटोलोफस(Tlatolophus) नाम तलहटोली (tlahtolli)से आया है जिसका अर्थ है "शब्द" मैक्सिकन (नहुआट्ल) भाषा में और लोफस का अर्थ ग्रीक में शिखा है जो अच्छी तरह से संवाद करने की उनकी क्षमता का संकेत देता है। शोधकर्ता यह भी अनुमान लगा रहे हैं कि ये डायनासोर आधुनिक पक्षियों की तरह चमकीले रंग के थे। उनका मूल शोध मई 2021 में क्रेटेशियस रिसर्च जर्नल में प्रकाशित हुआ है।



Monday, 17 May 2021

The Children's Post, 17th May 2021

 

Hello Dear Readers,

In today’s edition, we have

  1. News by Empower Young Journalist Gurpreet Kaur and Mohd. Omar Malik.
  2. Indian athletes for Tokyo 2020 by Empower Young Journalist Suchi Giridhar.
  3. Monday Fun includes
    1.  Masterminds – Brain Ticklers,
    2. Identify the Homographs
    3. Spot the difference.
  1. Art Corner – Featuring Lavanya Mehra Priyanshi Mehra.
  2. Sports news by Empower Young Journalist Suchi Giridhar.

I hope you enjoy reading it. We love your feedback! Please send valuable feedback to tcpedit@gmail.com.

Love,

Padma aunty.


Sunday, 16 May 2021

चीन के ज़ूरोंग रोवर मंगल पर उतरा / China’a Zhurong Rover lands on Mars

 चीन के ज़हरोंग रोवर मंगल पर उतरा 

चीन, मई १५: चीन सफलतापूर्वक मंगल की सतह पर ज़ूरोंग रोवर उतरा है। यह यान जहाँ उतरा है, मंगल ग्रह के बर्फीले क्षेत्र को यूटोपिया प्लैनिटिया के रूप में जाना जाता है। रोवर का वजन लगभग 240 किलोग्राम है। यह मंगल ग्रह के तीन महीने तक रह सकता है, जो पृथ्वी पर लगभग 92 दिनों का होता है। इससे पहले जुलाई 2020 के दौरान चीन ने अपना तियानवेन-1 यान भेजा था, जिसमे एक ऑर्बिटर, एक लैंडर और रोवर के साथ अंतरिक्ष यान भी था। यह मंगलयान फरवरी २०२१ में मंगल ग्रह की कक्षा में पहुँच गया और अब ज़ूरोंग रोवर के साथ लैंडर ने लाल ग्रह को छू लिया है। ज़ुरोंग नाम आग के प्राचीन चीनी देवता को संदर्भित करता है। इस प्रकार, अमेरिका और रूस के बाद मंगल पर यान उतारने वाला चीन तीसरा देश बन गया है।

Zhurong Rover
 Credits: Twitter of Jonathan O’ Callaghan 


मई में ओलावृष्टि / Hailstorms in May

 मई में ओलावृष्टि 

भारत, मई १५: कई राज्य और केंद्र शासित प्रदेश जैसे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख ने इस मई में ओलावृष्टि का अनुभव किया। मार्च और अप्रैल के महीनों में ओलावृष्टि एक सामान्य घटना है, लेकिन वनों की कटाई, औद्योगीकरण जैसी गतिविधियाँ की वृद्धि, जिसके बदले में ग्लोबल वार्मिंग बढ़ता है, के कारण इस साल यह मई में भी देखी गयी है। मौसम, बारिश और ओलावृष्टि के संयुक्त प्रभाव से घरों, फसलों को नुकसान पहुंचा है और
किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, खेतों और और अधूरे वास्तु कार्य के तबाह होने के कारण।

इसने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मुख्य रूप से सेब की खेती को प्रभावित किया, जिससे कुछ किसानों को 
भारी नुकसान के कारण खेती छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। हालांकि कुछ किसानों ने जाल बिछाकर और पहले से ही दवाइयों का छिड़काव कर अपने खेतों और पेड़ों की रक्षा कि। 

Effect of hail on Apples


ओलावृष्टि ठोस वर्षा का एक रूप है। बर्फ के गोले ओले कहलाते हैं, जब ऊपर उठने वाली हवा की तेज धाराएं बनती हैं, जिसे अपड्राफ्ट के रूप में जाना जाता है, वह हवा में पानी की बूंदें इतनी अधिक होती हैं कि वे जम जाती हैं। 

Biologists discover how lizards breathe underwater/ जीवविज्ञानी ने पता लगाया कि छिपकली पानी के भीतर कैसे सांस लेती हैं

जीवविज्ञानी ने पता लगाया कि छिपकली पानी के भीतर कैसे सांस लेती हैं

टोरोन्टो, मई १५: टोरंटो विश्वविद्यालय के विकासवादी जीवविज्ञानियों के एक समूह (विशेषज्ञ जो विकासवादी प्रक्रियाओं से निपटने वाले विज्ञान के एक वर्ग का अध्ययन करते हैं जो पृथ्वी पर वर्तमान जीवन की ओर ले जाती हैं) 
 ने खोजा कि पानी के नीचे छिपकली कैसे सांस लेती है। करंट बायोलॉजी में प्रकाशित उनके संशोधन के अनुसार, छिपकलियों की एक प्रजाति जिसे अर्ध-जलीय एनोल कहा जाता है, जो उष्णकटिबंधीय अमेरिका (कैरेबियन द्वीप समूह और लैटिन अमेरिका) में पायी जाती है, वह पानी के अंदर सास लेती है। ये छिपकलियां जो हवा छोड़ती हैं तब वो एक बुलबुले में फंस जाती है और उनके वह बुलबुला उनके सिर से जुड़ जाता है। वे थोड़ी देर बाद बुलबुलों से हवा अंदर लेते हैं। शोधकर्त्ता ने बुलबुलों में हवा की ऑक्सीजन सांद्रता का अवलोकन किया और देखा कि यह समय के साथ कम हो गया। यह अवलोकन दिखाता है कि छिपकलियां पानी के नीचे सांस लेती हैं और बुलबुले में हवा का पुन: उपयोग करती हैं, जब तक इसमें मौजूद ऑक्सीजन का पूरी तरह उपयोग नहीं हो जाता है, जो उन्हें लंबे समय तक पानी के नीचे चलने में मदद करता है। 
Image of an anole
Image credit:pixabay

KP Sharma Oli sworn in as prime minister of Nepal after losing trust vote / विश्वास मत हारने के बाद के. पी. शर्मा ओली ने नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली

विश्वास मत हारने के बाद के. पी. शर्मा ओली ने नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली  

K.P Sharma Oli
Image credit: Wikipedia

नेपाल, मई १५: १३ मई को विपक्षी दल के गठबंधन करने और सरकार बनाने में असमर्थ होने के बाद, नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के खड्ग प्रसाद शर्मा ओली को राष्ट्रपति बिद्यादेवी भंडारी ने नेपाल के प्रधानमंत्री पद पर फिरसे नियुक्त किया। प्रधानमंत्री पद पर बने रहने के लिए ओली को ३० दिनों के भीतर अपना बहुमत साबित करना होगा। ६ मई को जब एनसीपी माओवादी केंद्र ने अपना समर्थन वापस ले लिया तो ओली के नेतृत्ववाली कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार अल्पसंख्यक हो गयी।  उसके बाद १० मई को ओली की पार्टी विश्वास मत हर गयी, जब ओली ने आवश्यक १३६ में से केवल ९३ वोट हासिल किए।  विश्वास मत हासिल करने के लिए २७५ सदस्योंवाले नेपाल के हाउस ऑफ़ रेप्रेसेंटेटिव्स में १३६ वोट की जरुरत होती है। १२४ सदस्यों ने ओली के खिलाफ मत दिया, जिसके कारण उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा। 

जब ओली की पार्टीने विश्वास मत खो दिया, तब राष्ट्रपति बिद्यादेवी भंडारी ने विरोध पक्षों को गठबंधन सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। नेपाल के संविधान के आर्टिकल ७६ (२) के तहत उन्हें १३ मई, गुरुवार को रात ९ बजे तक के समय में अपना बहुमत साबित करना था।  एनसीपी के अलावा नेपाल कांग्रेस और जनता समाजवादी पार्टी दो मुख्य मान्यता प्राप्त दल है। 

Saturday, 15 May 2021

The Children's Post, 16th May 2021

 Hola Amigos,

Enjoy the edition. :)

-Shruthi & Vanitha Aunty

The Children's Post, 15th May 2021

Hello sweethearts,

Enjoy the edition!

Poornima

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