भारत ने दो पंखोवाले मुसाफिरों का स्वागत किया
उपग्रह-चिन्हित दो बाज़ अफ्रीका से लौटे
देहरादून, अप्रैल ३० :
देहरादून में स्थित, धी वाइल्डलाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया (The Wildlife Institute of India) (WII) द्वारा अमूर बाज़ के प्रकृतिक आवास को संरक्षित करने के हेतु से की गयी पहल के अंतर्गत दो बाज़ पक्षियों को उपग्रह चिन्हित (sattelite tagged) किया था और उनके प्रवास की पैटर्न का अध्ययन किया जा रहा है। ये बाज़ अफ्रीकी देश सोमालिया से लौटे है। एक, जिसका नाम लोंगलेंड है, वह तमिलनाडु के कोली हिल्स में मिला है। और दूसरा, जिसका नाम चिउलान है, उसका पता दो दिन पहले मिजोरम से लगा है।
वे भारत में कुछ समय के लिए रुकेंगे और संभवतः उत्तरीय चीन या पूर्वी मंगोलिया और रूस के कुछ भागों में जून में प्रजनन हेतु चले जायेंगे। जून से सितम्बर तक प्रजनन ऋतु के समाप्त होने पर वे अपने वंशजो के साथ भारत लौटेंगे। दिसंबर मे वे दक्षिण अफ्रीका के लिए उड़न भरेंगे और मार्च तक वहीँ रहेंगे।
जो वैज्ञानिक समुदाय इन बाज़ पक्षियों की खबर रखता है, वह ये जान पाया है की बाज़ पक्षी सालना २०,००० कि.मी. का सफर करते है। २०१३ से अब तक WII ने १५ बाज़ पक्षियों को उपग्रह चिन्हित किया है।
No comments:
Post a Comment
The Childrens Post LOVES comments.. a typo that you noticed, a fun quiz, a good quote that made your day.. anything that you want to see us write about... go, on, just tell us!