नवी मुंबई में हज़ारों फ्लेमिंगो (राजहंस) के समूह उतरे।
क्रीक गुलाबी रंग की दिखाई दे रही है।
मुंबई , अप्रैल 21 : राष्ट्रीय लॉकडाउन ने प्रकृति को एक बार फिर समृद्ध और सुंदर बनाने में मदद की है। गंगा नदी का पानी स्वच्छ और पीने योग्य हो गया है , वायु प्रदूषण अपने न्यून्तम स्तर पर आ गया है , और कई स्थानों पर जानवर सड़कों पर निकल आयें हैं । इस साल नवी मुंबई में आने वाले और अपना घर बनाने वाले प्रवासी मेहमानों की संख्या में 25% की वृद्धि हुई है।
हर साल बड़ा और छोटा (ग्रेटर एंड लैसर ) प्रजाति के हजारों फ्लेमिंगो (राजहंस) मुंबई में प्रवास करने के लिए आते हैं। जहाँ बड़ी प्रजाति (greater species) के फ्लेमिंगो मुंबई में ईरान से आते हैं , वहीं छोटी प्रजाति (lesser species) के फ्लेमिंगो कच्छ (Kutch) से आते हैं।
शायद क्षेत्र में न्यूनतम मानव उपस्थिति और गुलाबी फ्लेमिंगो के झुंड के कारण क्रीक का पानी गुलाबी दिखाई दे रहा था। यह एक देखने लायक दृश्य था।
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