मेरे प्यारे बच्चो!
पता है, हम सब ख़ुशी से फोले नहीं समा रहे! जानते हो क्यों?
१ जुलाई को हमारे अखबार के दो साल पूरे होने वाले हैं!
पूरे १ साल तक ये अख़बार सिर्फ कुछ ही बच्चों को मिलता था! आज सोच कर भी अजीब लगता है, की अखबार बनाया जाए, और बछ्कों को न दिया जाए!
शुक्र है कि हमने पिछले साल १ जुलाई को ये निश्चय किया कि चलो, ज्ञान हर बच्चे का मौलिक अधिकार है और हमें ये अखबार सब बच्चों बनाना चाहिए!
अब १ साल होने आया. इतने सारे बच्चों ने हमें बताया है कि बच्चों का अखबार कैसे उनके लिए इतना ख़ास है.
इतने मम्मी पापा ने भी बताया कि अखबार के होने से उनकी फ़िक्र कैसे गायब हो गयी है, कि बच्चे दुनिया के बारे में कुछ नहीं जानते, पर ये अखबार उन्हें कैसे दूँ?
Art by Ayush Moitra for the edition of 20th June, 2019 |
अब हमारी एक बड़ी सी उलझन है. हंसोगे नहीं तो बताऊँ। हम समझ नहीं पा रहे कि सालगृह कैसे मनाई जाए. तो तुम ही बताओ बच्चो, इस समाचारपत्र की सालगिरह कैसे मनाई जाए?
आज के चंदामामा फैन क्लब में है गुलिवर्स ट्रेवल्स की आखिरी क़िस्त. तुम्हे कैसा लगा ये सफरनामा?
मुझे तो बेहद अच्छा लगा!
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