Monday, 30 November 2020

800 वर्ष पुराना पैतृक पुएब्लो इंडियन ब्लैंकेट मिला /800 Year Old Ancestral Pueblo Indian Blanket Found

 लगभग 11,500 टर्की के पंखों से बना है

वाशिंगटन, 29 नवंबर: यूरोपीय लोगों के पहुंचने से पहले टर्की उत्तरी अमेरिका के कुछ पालतू जानवरों में से एक था। 12 वीं शताब्दी के अंत तक वे वास्तव में एक खाद्य स्रोत के रूप में उपयोग नहीं किए गए थे।

वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी के पुरातत्वविदों ने 800 साल पुराने कंबल की जांच की, जिसका नाप  99 × 108 सेमी था  जो दक्षिणपूर्व यूटाह में मिला। यह लगभग 11,500 टर्की पंखों से बना था। कम्बल बनाने के लिए पंखों को लगभग 180 मीटर की युक्का फाइबर (युक्का प्लांट से मिला फाइबर) की डोरी से लपेटा गया था। इसका उपयोग प्राचीन प्यूब्लो भारतीयों (मूल अमेरिकियों) द्वारा किया गया था जो लगभग 5,000 फीट की ऊंचाई पर रहते थे। यह वहां के ठंडे मौसम के लिए एक इन्सुलेटिंग माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया गया था।

अध्ययन की एक दिलचस्प खोज यह थी कि प्राकृतिक मोल्टिंग (पंखों का झड़ना) अवधि के दौरान टर्की के पंखों को जीवित पक्षियों से सबसे अधिक दर्द रहित रूप से काटा गया था। उन्होंने इसे कुछ समय के लिए एकत्र किया होगा और फिर बनाया होगा । इससे पता चलता है कि प्यूब्लो लोगों के जीवन में टर्की सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण रहा है। कंबल अब एक संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है।



पौधों की ज्ञात प्रजातियों की विश्व की सबसे बड़ी सूची /World's Largest Inventory of known Plant Species

जर्मन शोधकर्ताओं ने संकलित किया 

जर्मनी, 29 नवंबर: लीपज़िग यूनिवर्सिटी और जर्मन सेंटर फॉर इंटीग्रेटिव बायोडायवर्सिटी रिसर्च के शोधकर्ताओं ने दुनिया के सभी ज्ञात पौधों की प्रजातियों के वैज्ञानिक नामों की दुनिया की सबसे बड़ी और संपूर्ण सूची तैयार की है।इसमें संवहनी पौधों(vascular plants) (विशेष संवहनी ऊतकों(vascular tissues) जाइलम और फ्लोएम वाले पौधे ) के 1,315,562 नाम हैं जिससे कि ज्ञात पौधों की प्रजातियों और उप प्रजातियों की संख्या लगभग 70,000 बढ़ गयी है जो कि लगभग 20% के बराबर है।

इसमें 351,180 संवहनी पौधों की प्रजातियां और 6160 प्राकृतिक संकर (प्राकृतिक रूप से पर परागित पौधे)(naturally cross pollinated plants) शामिल हैं जो 13,460 जेनेरो , 564 परिवारों और 84 आर्डर के अंतर्गत आती हैं।इस संकलन को लेपजिग कैटलॉग ऑफ वैस्कुलर प्लांट्स (LCVP) के रूप में जाना जाता है।

शोधकर्ताओं ने 181,000 अस्पष्ट प्रजातियों को स्पष्ट करने में सफलता हासिल की है। यह दस वर्षों के गहन शोध कार्य का परिणाम है। यह वनस्पति शोधकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण संदर्भ स्रोत के रूप में काम करेगा। (पादप वर्गीकरण मे पौधों को नाम और एक पदानुक्रमित संरचना में रखकर उन्हें वर्गीकृत किया जाता है - ऑर्डर होता है किंगडम , फीलम, क्लास, ऑर्डर, परिवार, जीनस, प्रजाति)



The Children's Post, 30th Nov 2020

 Dear Readers,


Happy Guru Nanak Jyanti!

Enjoy the edition.

Love,
Vanitha and Manjeet

Saturday, 28 November 2020

The Children's Post, 29th Nov 2020

 Hola Amigos,


"Personality, Place, Animal Thing" ends next week. Do you have any suggestions for a new game or a new column? Do shoot it out to us. Lets play on!! 

 

Also, Junior Special month ends :( Hope the little ones had fun.


The Sunday fun sets in from Page 2 and of course special mentions : 
1. Katha Korner : Aadrita Ghosh
2. Artist of the day : Apurva Jha
3. Name the bird : Shivani Manivannan

Enjoy the fun filled edition. 
-Shruthi & Monica

लीफ-कटर चींटिंयों के बारे में नयी खोज

लीफ-कटर चींटिंयों के बारे में नयी खोज 



बोस्टन, नवंबर २६: चिंटिंयां हर जगह होती है। हम उन्हें अपने घर में और बाहर देखते है, वे हर समय कुछ ढूंढ रही होती है। इनकी एक प्रजाति - लीफ-कटर, जो मध्य और दक्षिण अमेरिका में पायी जाती है, उसका नाम उसके काम से पड़ा है : वे पत्तियाँ काटकर अपनी कॉलोनी में ले जाती है, उनके कवक खेतों में जमा करने के लिए।

पर इन चीटिंयों के बारे में कुछ असामन्य जानकरी पायी गयी है। हाल के अध्ययन से पता चलता है कि लीफ-कटर चींटियों की एक प्रजाति में केल्साइट और मैग्नीशियम से बना एक कवच जैसा एक्सोस्केलेटन (शरीर के बाहर कंकाल; मनुष्य के शरीर के अंदर एंडोस्केलेटन) होता है। कई जानवरों के शरीर में ये सामग्रियां होती हैं, लेकिन लीफ-कटर चींटी एक प्रकार का कीट है, जिसके शरीर में कैल्साइट होता है।

इन चींटियों में एक्सोस्केलेटन माइनसक्यूल क्रिस्टल से बना होता है जो उन्हें अन्य चींटियों और संक्रमणों से बचाता है।

यह एक आश्चर्यजनक खोज है क्योंकि लीफ-कटर चींटियां सबसे अधिक अध्ययन किए गए कीड़ों में से एक हैं, फिर भी कुछ नया पाया गया। यह इस सवाल का कारण बनता है कि हम इन चीटिंयों को रोज़ देखते है, फिर भी कितना कुछ नहीं जानते उनके बारे में। 

एनएचएसआरसीएल द्वारा रिकॉर्ड डील सील / Record Deal Sealed by NHSRCL

एनएचएसआरसीएल द्वारा रिकॉर्ड डील सील 

सरकार द्वारा वित्त पोषित सबसे बड़ा सिविल अनुबंध 

दिल्ली, नवंबर २६: गुरुवार को नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने लार्सन एंड टर्बो के साथ २५,००० करोड़ रुपियों के अनुबंध पर हस्ताक्षर किये। यह अनुबंध अहमदाबाद और मुंबई के बीच बुलेट ट्रैन का मार्ग और उससे सम्बंधित बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए किया गया है। यह देश का सबसे बड़ा सरकारी वित्त पोषित नागरिक अनुबंध है। यह राशि गुजरात में २३७ किमी के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए प्रदान की गई है।  इस रेल मार्ग पर १२ स्टेशन बनेंगे, जो महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों एवं दादरा और नगर हवेली के केंद्र शाषित प्रदेश में स्थित होंगे और गुजरात में ३४८ किलोमीटर, महाराष्ट्र में १५६ किलोमीटर और दादरा और नगर हवेली में ४.३ किलोमीटर की दूरी तय होगी। 

The Children's Post, 28th November 2020

Hello Readers,

Enjoy the edition.

~Poornima
www.mytcp.in


Friday, 27 November 2020

चीनी औषधीय पौधों की इंसानों के साथ लुका छिपी /Chinese Medicinal Plant Seems To Play Hide And Seek With Humans

 चीन, 26 नवंबर: चीनी पारंपरिक औषधीय पौधा, फ्रिटिलारिया डेलवई(Fritillaria delavayi)आमतौर पर एक चमकीला हरा पौधा है जो दक्षिण-पश्चिमी चीन में हिमालय और हेंगडुआन पर्वत के चट्टानी क्षेत्रों में पाया जाता है।  2,000 वर्षों से अधिक समय से इन फूलों के बल्बों का उपयोग व्यापक रूप से खांसी के इलाज का पाउडर बनाने में किया जाता है। इनमें से कुछ फ्रिटिलारिया का पत्तियों और तने के साथ जीवित मिलना बहुत मुश्किल है, क्यूंकि भूरे रंग के चट्टानी पृष्ठभूमि जिसमें वे उगते हैं से उन्हे अलग से पहचानना बहुत मुश्किल होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये पौधे मनुष्यों के साथ प्रतिक्रिया में छलावरण(camouflages) करते हैं। शोधकर्ताओं ने यह देखने के लिए अध्ययन किया है कि क्या मनुष्य पौधों को छलावरण के लिए प्रेरित कर सकते हैं। उन्होंने पाया कि जिन क्षेत्रों में मनुष्यों द्वारा अधिक कटाई की जाती है, वे कम कटाई वाले क्षेत्रों की तुलना में अधिक छलावरण(camouflaged) वाले बन जाते हैं।

यह प्रदर्शित करता है कि मानव के कारण इन प्रजातियों में छलावरण का बहुत तेजी से विकास होता है। यह एक बहुत दिलचस्प घटना है !



प्लास्टिक प्रदूषण: माउंट एवरेस्ट को भी नहीं बख्शा! /Plastic Pollution: Mount Everest Isn’t Spared!

 चेन्नई, 26 नवंबर: प्लास्टिक प्रदूषण पर किए गए एक ताजा अध्ययन से पता चला है कि माउंट एवरेस्ट को भी प्लास्टिक द्वारा नहीं बख्शा गया है। प्लास्टिक सबसे गहरे महासागर में, हवा में, आर्कटिक की बर्फ में और हमारे खुद के पेट में भी पाया गया। इस अध्ययन से पता चला कि माउंट एवरेस्ट पर बर्फ में प्लास्टिक के छोटे-छोटे धागे और कतरे हैं।

प्लास्टिक का उपयोग 1950 के दशक में लगभग 5 मिलियन मीट्रिक टन से बढ़कर 2020 में 330 मिलियन मीट्रिक टन से अधिक हो गया है। प्लास्टिक बैग, बोतलों और अन्य उपभोक्ता प्लास्टिक के पांच मिलीमीटर से छोटे  टूटे-फूटे टुकड़ों को माइक्रोप्लास्टिक कहा जाता है और यह पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचातें है। हर साल, दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए सैकड़ों लोग प्रयास करते हैं।वे अपने पीछे कचरे के ढेर को छोड़ देते हैं। एवरेस्ट पर पाए जाने वाले अधिकांश माइक्रोप्लास्टिक्स, पर्वतारोहियों के उपकरण और कपड़ों के पॉलिएस्टर फाइबर थे।

हम अपने पर्यावरण से इन प्लास्टिक को कम करने के लिए क्या करने जा रहे हैं?



The Children's Post, 27th November 2020

 Dear Champions,

Here's today's 'what if' challenge: What if we could eat virtually?

The lead news on page one is about the plastic pollution at Mount Everest. Not even the highest peaks are being spared. The second news is about a Chinese medicinal plant that camouflages itself when humans come near.

The third news on page two is about the amazing Zebra Finch. This bird has exceptional auditory memory! On this page, also read Amey Haldankar's thoughts on last week's 'what if' challenge and the answers to last week's 'Let's find out'.

On page three, Pravar talks about the most linguistically diverse place on Earth: New Guinea and the language families present there.

On page four, read the lovely book review by Nidhi Aunty.

On page five, we have the sports news, the shabdawali, a beautiful Ganesh sketch by Rashi Rahul Oswal , and last but not the least; Funny Bunnies by Aakarsh Agarwal!

Enjoy the edition and have a lovely weekend!www.mytcp.in

Thursday, 26 November 2020

आईटी से अपडेट /Updates from IT

आईटी से अपडेट

43 ऐप प्रतिबंधित; टेस्ला मॉडल एक्स को हैक किया गया 



दिल्ली, नवंबर २५: भारत सरकारने भारत में 43 ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें से 4 अलीबाबा ग्रुप के ऐप हैं। 5 गेमिंग ऐप्स (ऐसे ऐप्स जो उपयोगकर्ताओं को अपने मोबाइल पर गेम खेलने की अनुमति देते हैं) हैं।  जबकि पहले के ऐप्स लगभग पूरी तरह से चीनी थे, इस सेट में कुछ ऐसे ऐप भी शामिल हैं जिनका मूल देश हांगकांग प्रतीत होता है।

कंप्यूटर सुरक्षा और औद्योगिक क्रिप्टोग्राफी (COSIC) समूह में कैथोलिक यूनिवर्सिटी ऑफ़ ल्यूवेन (KU Leuven) बेल्जियम में, पीएचडी के छात्र लेन्नर्ट वाउटर्स ने एक टेस्ला मॉडल एक्स कार को हैक करने और इसे कुछ ही मिनटों में चला कर ले जाने में सफतला प्राप्त की।  वाउटर्सने अपनी इस सफलता के बारे में टेस्ला को अगस्त २०२० के मध्य में जानकारी दी। यह तीसरी बार है कि वाउटर्सने टेस्ला की कार हैक  कि  है। पहले २०१८ और २०१९ में वे यह कर चुके है। टेस्ला द्वारा अब इस मुद्दे को पैच (सही) कर दिया गया है।

निवार अपडेट / Nivar Updates

निवार अपडेट 

लैंडफॉल शुरू, जलाशयों की निगरानी, कोस्ट गार्ड अलर्ट



दिल्ली, नवंबर २५: चक्रवात निवार का अपडेट: 
  • निवार एक चक्रवाती तूफान है, जो भारत की दक्षिण-पश्चिम की ओर से आ रहा है।  अधिकांश चक्रवाती तूफान इस दिशा से भारत में आता है। निवार का भूम बिछल (Landfall) कुड्डालोर और पुदुचेरी के बीच - लगभग 2300 घंटे से शुरू हुआ है। 
  • तमिलनाडु और पुदुचेरी प्रभावित राज्य / केन्द्र शासित प्रदेश हैं। आंध्र प्रदेश भी अलर्ट पर है।
  • दक्षिणी रेलवे ने अपनी कुछ गाड़ियों को डायवर्ट किया है (दूसरे मार्ग का उपयोग शुरू किया है)। 7 जिलों में बस सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दी गई हैं। चेन्नई हवाई अड्डा भी रात के लिए बंद किया गया है।  
  • तमिलनाडु सरकार ने 16 जिलों में अवकाश को गुरुवार तक बढ़ा दिया है।
  • दिन के दौरान, तूफान मजबूत हो गया है और अब 'बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान' श्रेणी में है, जिसकी  गंभीरता 7-बिंदु के पैमाने पर है, जो 5 वां उच्चतम स्तर है।

Constitution Day Greetings: The Children's Post, 26th November 2020

 Today's lead news is about Cyclone Nivar and updates from IT. 

After the news we have: 

A. Poem by Lakshmi Yadav (Hindi) and Jeshika Medhi (English) 

B. Meme by Vaishnavi Pathak 

C. Craft by Ananya Bharati 

D. Art by Devanshi, Shriya, Pratishtha and Rishe 

E. Riddle by Vaidish Rana 

F. Joke by Vijay Karthik 

G. Hindi, Sanskrit, and Tamil wisdom 

H. Let's Scrabble by Archana Aggarwal, 

I. Last week's answers and winners, and this week's challenges. 

J. Digital Resource of the Week 

K. Letter to the Editor by Swayam Shirke 

L. Quote by Ananya Jagtap 

M. Laugh a lot it is by Ishaan Kaila 

N. Bob Mania by Ayush Moitra 

O. Small feature on Constitution Day 

P. Junior Reading Corner - a short Hindi poem for our young readers. 

Enjoy the edition! 

Love 

Nidhi aunty 

www.kidsnews.top / www.mytcp.in


Wednesday, 25 November 2020

Sanskrit Shlok on the importance of following the righteous path

अपन्थानं तु गच्छन्तम् सहोदरो अपि विमुञ्चति. 

Apanthaanam Tu Gachchhantam Sahodaro api Vimunchati. 

अर्थ: बुरे मार्ग पर चलने वाले का साथ उसका अपना सहोदर (भाई) भी छोड़ देता है. 

Meaning: If a person follows the wrong path, his own brother also leaves his side. 



चक्रवात निवार के लैंडफॉल की संभावना /Cyclone Nivar likely to make landfall

हैदराबाद, 24 नवंबर: एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान निवार के पुडुचेरी और तमिलनाडु के तट पर कराईकल और ममल्लापुरम के बीच लैंडफॉल (पानी से जमीन पर चक्रवात की चाल) करने की संभावना है। लोगों को तट से दूर रखने के लिए 25 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि लैंडफॉल के समय समुद्र तल से लगभग 2 मीटर ऊँची  लहरें उठने की संभावना है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुदुचेरी में  राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के लगभग 1,200 बचाव दल तैनात किए गए हैं, और 800 अन्य स्टैंडबाय पर हैं। क्षेत्र में एक रेड अलर्ट लगाया गया है, और मछली पकड़ने की सभी गतिविधि को निलंबित कर दिया गया है।



चीन ने रोबोटिक चंद्र अभियान -Chang’e-5 की शुरुआत की/China launches robotic lunar mission – Chang’e-5

अनुसंधान के लिए चंद्रमा की चट्टानों को लाएगा

बीजिंग, 24 नवंबर: चार दशकों से अधिक समय में चीन ने पहली बार सफलतापूर्वक चंद्रमा पर एक रोबोटिक अंतरिक्ष यान भेजा है जो वहां से रॉक के नमूने एकत्र करके और उन्हें पृथ्वी पर लाएगा।  Chang’e-5 अंतरिक्ष यान को चीन के सबसे बड़े मालवाहक रॉकेट लॉन्ग मार्च -5 द्वारा अंतरिक्ष में ले जाया गया था, जिसने दक्षिणी चीनी द्वीप हैनान के वेन्चांग अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र से उड़ान भरी थी। Chang’e चीनी चंद्रमा की देवी का नाम है।

इस प्रक्षेपण से चीन अब रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद ऐसा तीसरा देश बन गया  है, जिसने चट्टानों को धरती पर लाने के लिए चंद्रमा पर एक मिशन भेजा है। लैंडर एक रोबोटिक हाथ की सहायता से चट्टानों और मिट्टी को इकट्ठा करेगा और उन्हें आरोही वाहन में स्थानांतरित करेगा, जो इसे चंद्रमा की सतह से ले जाएगा, और फिर एक ऑर्बिटिंग मॉड्यूल के साथ डॉक करेगा। तब उस नमूने को वापस पृथ्वी पर यात्रा के लिए एक वापसी कैप्सूल में स्थानांतरित किया जाएगा। मिशन 14 पृथ्वी दिनों के लिए निर्धारित है। लैंडर लंबे समय तक चंद्रमा की ठंडी रातों का सामना नहीं कर सकता, क्योंकि यह हीटिंग इकाइयों से सुसज्जित नहीं है।



Hindi Poem - ट से ण

 



ट’ से होती टर्र टर्र टर्र

से हम जाते ठिठुर

से डमरू

से ढपली

ण में भी संगीत के गुण!

The Children's Post, 25th November, 2020

Hello dear readers,
People in Tamil Nadu and Andhra Pradesh, please stay safe. Cyclone Nivar is approaching fast.
China launched its robotic lunar mission - Chang'e-5.
Page 2- Astronavigation is used by humans, and a lot of animal. Let's learn more about this in today's feature by Sunil Kumar.
Page 3- The British Council activity page.
Page 4- Wednesday Champs.. Congratulations. Hurry up and send in your answers fro today's question.
A yummy chocolate dessert recipe for you to try out.
Some facts and a starry joke!
Page 5- Beautiful artwork by our talented readers.
A poem making us long for spring time.
AFC Champions League in the sports news section.
Happy reading:)
Love,
Deepti

Tuesday, 24 November 2020

२ नई रामसर साइटें भारत से जोड़ी गईं: अब कुल ४१ साइटें/2 new Ramsar sites added from India: 41 sites now

२ नई रामसर साइटें भारत से जोड़ी गईं: अब कुल ४१ साइटें



दिल्ली, नवंबर २४: हम सभी जानते हैं कि भारत में अद्भुत जैव विविधता है - पहाड़ों से लेकर महासागरों और पठारों से लेकर रेगिस्तान तक - हमारे पास हर तरह का बायोस्फियर उपलब्ध है। 

अब, भारत में ४१ रामसर साइटें हैं - दक्षिण एशिया में सबसे अधिक।  नक्शे में २ नवीनतम साइटें हाइलाइट की गई हैं।

रामसर सम्मेलन स्थल के रूप में जोड़े जाने के लिए, एक आर्द्रभूमि का अंतर्राष्ट्रीय महत्व होना चाहिए।

हाल ही में जोड़ी गई दो नई साइटें हैं:
सुर सरोवर / केथम झील, उत्तर प्रदेश: यह मानव निर्मित जलाशय आगरा के पास। यह स्थान मध्य एशिया से  उड़कर आनेवाले प्रवासी पक्षियों के लिए महत्वपूर्ण है।  हर साल लगभग ३०००० पक्षी इस साइट पर आते हैं।

लोनार झील, बुलढाणा, महाराष्ट्र: लगभग पूरी तरह से गोलाकार बेसाल्ट बेडरोक पर उल्का प्रभाव के कारण झील का निर्माण हुआ। यह झील पक्षियों की १६० प्रजातियां, सरीसृप की ४६ प्रजातियां और स्तनधारियों की १२  प्रजातियों का समर्थन करती है। 

वॉलमार्ट ने जापानी सुपरमार्केट चैन में अपना हिस्सा बेचा / Walmart sells stake in Japanese supermarket chain

 वॉलमार्ट ने जापानी सुपरमार्केट चैन में अपना हिस्सा बेचा 

वॉलमार्ट के पास १७% शेयर बचा 

दिल्ली, नवंबर २३: वॉलमार्ट ने जापानी सुपरमार्केट चैन सियु में अपनी बहुमत हिस्सेदारी बेची है। 

बहुमत हिस्सेदारी (Majority Stake): मान लीजिए कि एक घर है। आपकी माँ उस मकान की आधी मालिक है 
और उनकी दोस्त अन्य आधे माकन की मालिक है। अब, मान लीजिए वह दोस्त अपने लिए पूरा घर चाहती है। तो, वह आपकी माँ से कहेंगी: “में तुम्हे कुछ पैसे देती हूँ, तुम मुझे आधे से ज्यादा माकन की मालकिन बनने दो। "  आपकी माँ को भी वह घर बहुत पसंद है।  वे कुछ पैसे ले कर घर का ८०% हिस्सा अपनी दोस्त के नाम कर देती है। अब आपकी माँ की दोस्त के पास घर की बहुमत हिस्सेदारी (majority stake) है और आपकी माँ के पास कम हिस्सेदारी (minority stake)।  

बिक्री के बाद वॉलमार्ट सिर्फ १५% का हिस्सेदार रहेगा। इसका यह मतलब है कि कंपनी को कैसे चलाना है, यह फैसले वह नहीं ले पायेगा। सख्त प्रतिस्पर्धा के कारण वॉलमार्ट ब्रिटैन और अर्जेंटीना को छोड़ चूका है। इसी वजह से उसने २००६ में साउथ कोरिया को छोड़ा था। फ्लिपकार्ट, जो एक ऑनलाइन इ-कॉमर्स सुपरमार्केट है, उसमें हिस्सा खरीदकर वॉलमार्ट भारत में अपना विस्तरण कर रहा है। (सुपरमार्केट एक ऐसी जगह है जहा बहुत सारी चीज़े एक साथ मिलती है। )

Monday, 23 November 2020

मोरक्को में 365 मिलियन वर्ष पुराना शार्क का जीवाश्म मिला/365 million year old shark fossil found in Morocco

इसकी बहुत बड़ी आंखें और विशेष प्रकार के जबड़े थे

ज्यूरिख, 22 नवंबर: स्विटज़रलैंड, अमरीका और नीदरलैंड के जीवाश्मविज्ञानियों ने एक नए पहचाने गए शार्क, जिसे  फेरोमिरम ऊखेरबोची नाम दिया, के अनोखे और बहुत अच्छी तरह से संरक्षित जीवाश्म की जांच की, जो समुद्र में लगभग 365 मिलियन वर्ष पहले (देवोनियन काल) में तैरा होगा।

इसका शरीर पतला था जिसकी लंबाई लगभग 33 सेमी थी, आँखें बहुत बड़ी और विशेष जबड़े थे। जबड़े बीच में नहीं  थे, जिससे ऊपरी और निचले जबड़े दोनों अपने आप बाहर और अंदर की तरफ घूमते थे। इस क्रियाविधि ने उन्हें अपने शिकार को पकड़ने के लिए सक्शन फीडिंग विधि का उपयोग करने में सक्षम बनाया। इस विधि में, जब मछली अपने जबड़े खोल देती है तो समुद्र का पानी मछली के मुंह में चला जाता है और शिकार मुंह में प्रवेश करता है और अंदर फंस जाता है। यह जबड़े आधुनिक शार्क में अधिक जटिल और विशेष जबड़ों में बदल गए हैं ।




मानव निर्मित सबसे पुराने नैनोस्ट्रक्चर कलाकृतियों में पाए गए /Human-made oldest nanostructures found in artifacts

 तमिलनाडु के प्राचीन बर्तनों में पाए गए \

चेन्नई, 22 नवंबर: वैज्ञानिकों ने प्राचीन मिट्टी के बर्तनों के अनूठे काले लेप में सबसे पुरानी मानव निर्मित नैनोसंरचनाओं का पता लगाया है। 600 ईसा पूर्व के मिट्टी के बर्तनों को तमिलनाडु के पुरातात्विक स्थल कीलाडी, में खोजा गया। शोध में पता चला कि ये कोटिंग कार्बन नैनोट्यूब (CNTs) से बनी हैं, जो परत को 2600 से अधिक वर्षों तक बना कर रखते हैं।


सीएनटी एक क्रमबद्ध तरीके से व्यवस्थित कार्बन परमाणुओं की ट्यूबलर संरचनाएं हैं। उनके पास उच्च तापीय(high thermal) और विद्युत चालकता(electrical conductivity) के अद्वितीय गुण हैं, साथ ही साथ यांत्रिक शक्ति(mechanical strength) भी है। जिस प्रक्रिया से



यह मिटटी के बर्तन इतने उच्च तापमान से गुज़रे है, वह अभी तक नहीं पाया जा सका है।


शोधकर्ताओं का कहना है कि इन बर्तनों पर कुछ वनस्पति द्रव या अर्क का लेप किया गया होगा, जिसके कारण उच्च तापमान प्रसंस्करण के दौरान सीएनटी का निर्माण हुआ है। ये निष्कर्ष भविष्य में टिकाऊ कोटिंग के रूप में ऐसी नैनो-सामग्री के उपयोग में मदद करेंगे।



The Children's Post of India, 23rd November

 Dear Readers,


It is Day 6 of the Daily Contest. Today, we bring "Identify the plant" challenge by Poornima Aunty. You can either email your answers to tcpedit@gmail.com OR give your answers through the following link https://tcponline.in/contact-us/. The last day for submitting is November 23rd.

Enjoy the edition
Vanitha and Manjeet

Sunday, 22 November 2020

Daily Contest: Identify the Plant


 

Welcome to Our Daily Contest: Identify the Plant. 

Visit the link to the image and answer the question. Hurry! Link to Image - ANSWER THIS!

Comment to the Post or Email your answers to tcpedit@gmail.com OR  submit it online at: https://tcponline.in/contact-us/