Thursday, 30 April 2020

Covid-19 Updates / Covid - 19 अपडेट

Covid - 19 अपडेट 

दिल्ली, अप्रैल २९ : मुख्य समाचारों पर एक नज़र 
  • The National Green Tribunal का कार्यालय ४ मई से शुरू होगा।  अध्यक्ष, सदस्य और अफ़सर शत प्रतिशत उपस्थिति (100% attendance) के साथ कार्यालय में हाजरी देंगे।बाकी कर्मचारियों में से १/३ कर्मचारी जरुरत मुताबिक हाजरी देंगे। 
  • चीन का संसदीय सत्र इस साल २२ मई से शुरू होगा।  
  •  न्यूज़ीलैंड ने घोषित किया है की वे प्रभावी रूप से कोरोना वायरस का सफाया कर पाए है। प्रतिदिन १० से काम नए केसेस आ रहे है, और सरकार उनका ट्रैक रख रही है।  हालांकि, खुलने वाले वयवसायों को सामाजिक दूरी बनाए रखना होगा। 
  • ऑस्ट्रेलिया ने भी सकारात्मक संकेतों के बाद अपने lockdown के नियमों में छूट दी है। 
  • वायरस से जुड़े, दुनिया के कुछ अंक - अब तक 
    • 19,77,985 संक्रमण के वर्तमान में सक्रिय केस 
    • 9,86,706  लोग ठीक हुए
    • चीन का रिकवरी रेट - 93. 62 % 
    • भारत में संक्रमण के वर्तमान सक्रिय केस  - 31,787 

Ancient cave carvings found in Sinai in Egypt/ मिस्र के सिनाई में गुफ़ा में प्राचीन नक्काशियां मिली

मिस्र के सिनाई में गुफ़ा में प्राचीन नक्काशियां मिली 

Images: Above – the location is hard to find
Below: The engraved animals. Image credit:
Ministry of Antiquities, Egypt

काइरो (मिस्र), अप्रैल २९ : पहली पहेली :
ऐसा क्या है, जो 60 फ़ीट ऊँचा है, 45 फ़ीट गहरा है, और जहाँ पहुँचना अत्यंत मुश्किल है ? मिस्र के उत्तरीय सिनाई प्रान्त की यह (picture on the top) गुफा। 
पहेली दूसरी :
सामान्यतः रॉक पेंटिंग कैसे बनती है ? आम तौर पर, उन्हें चट्टानों पर उकेरा जाता है, या बस अंकित कर के प्राकृतिक रंजक (natural pigments) से भरा जाता है।  लेकिन, मिस्र में मुश्किल से पहुंचे जाने वाली इस जगह पे, शोधकर्ताओं को उभरी हुई (embossed) नक्काशी वाली गुफाई मिली। गुफाओं में नक्काशी या तो नक्शीदार (etched) होती है, या उकेरी  (engraved) हुई। 
ये नक़्क़ाशी, इस क्षेत्र में पाई जाने वाली नक्काशियों से  एकदम अलग है।  गुफा कला (cave art) की तलाश कर रहे शोधकर्ताओं के लिए सिनाई प्रदेश किसी ख़ज़ाने जैसा है। 
गुफा की नक्काशी में ऊंट, हिरन, खच्चर, पहाड़ी बकरी, और गधे, जैसे प्राणी पाए जाते है।  इन में से कई प्राणी अब इस प्रदेश में नहीं पाए जाते।  
पुरात्वविदों (Archeologists) का मानना  है कि मनुष्य ने हज़ारों सालों तक इस गुफा को उपयोग है। 

Kedarnath Temple opens and performs first pooja / केदारनाथ में पहली पूजा

केदारनाथ में पहली पूजा 


 दिल्ली, अप्रैल २९ : हिमालय की गोद  में बसे चार हिमालयन मंदिर, केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री साल के छ महीने बंद रहते है।  ये मंदिर गर्मीओं में दर्शन के लिए खुलते है और सर्दी की ऋतु में बंद हो जाते है।  सर्दी की ऋतु में, बर्फ से ढ़के इन मंदिरो तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है।
केदारनाथ एक ज्योतिर्लिंग है।   
आज केदारनाथ मंदिर के दरवाज़े खोले गए।  हालाँकि, पहली पूजा के लिए केवल पांच पुजारी उपस्थित थे। 
पहली पूजा देश के प्रधान मंत्री की और से की गयी। 
हर दिन केवल पुजारी ही मंदिर में प्रवेश करेंगे और प्रार्थना करेंगे।  भक्तों , पर्यटको और मुलाकाती के लिए अभी मंदिर खुला नहीं है। 

Central Government allows people to go home, if they are stuck elsewhere/केन्द्र सरकार ने lockdown में अन्य जगह फसे लोगों को घर जाने की अनुमति दी

केन्द्र सरकार ने lockdown में अन्य जगह फसे लोगों को घर जाने की अनुमति दी

एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के विस्तृत दिशानिर्देश दिए 

दिल्ली, अप्रैल २९ :  जैसे कि  हम जानते है, अचानक lockdown आने की वजह से, जो जहाँ था उसे वहीं रहना पड़ा। शायद आप भी ऐसे किसी को जानते है जो नानीमाँ के घर गया और उसे वही रहना पड़ गया।  
ऐसे भी लोग है, जो किसी काम से कहीं गए थे, या घूमने गए थे, और वापस अपने घर नहीं जा पाए। 
आखिरकार आज सरकार ने ऐसे लोगों को अपने घर वापस जाने की अनुमति दी। 
सरकारी दिशानिर्देश के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं :
  • जो लोग सफर करना चाहते है, उनका परिक्षण किया जायेगा।  चिकित्सिक रुप से अगर वे उपयुक्त है (medically fit), तो उन्हें बस में बैठने दिया जायेगा। 
  • बस में social distancing का पालन होगा।  लोग एक दूसरे से दूर दूर बैठेंगे। 
  • जब वे अपने मुकाम पे पहुँचते है, तब फिर से इनका मेडिकल परिक्षण होगा, और उन्हें १४ दिनों तक क्वारंटाइन में अपने घर पे, या अस्पताल में रखा जायेगा। 
  • सरकारी दिशानिर्देश में सफर के लिए खुद की गाड़ी के इस्तेमाल के बारे में कोई सुचना नहीं है। 
जो भी घर जा रहे उन सभी लोगों को - आपकी यात्रा मंगलमय हो, और आप सकुशल अपने घर पहुंच जाए। 

Going home in India, cave paintings in Egypt - The Children's Post, 30th April 2020

Today's lead news is about people moving across states to reach home.
The weekly Covid Update is very positive today. New Zealand, China, and Australia are all starting to open up.

Page 2 has news from the Kedarnath temple, and exciting cave carvings in Egypt!

The rest of the pages have:
A. Sanskrit Sukit
B. Hindi muhavara
C. Tamil proverb
D. Word Magic
E. Artist Corner by Yashaswi Anika Tandon
F. Agriculture at home by GT
G. The Urgent-Important Grid of time by Diti Sharma
H. Today's challenges
I. Ishaan Kaila's Laugh-a-lot-it-is
J. Kavita Kona by Dr. Panna Lal
K. Cartoon Corner - Perception Bias

Enjoy the edition!

Love

Nidhi aunty 

Wednesday, 29 April 2020

Sanskrit Sukti on the importance of using our words well

वचस्तत्र प्रयोक्तव्यं 
यत्रोक्तं लभते फलम् 
स्थायी भवति चात्यन्तं 
राग: शुक्लपटे यथा 
Vachastatra Prayoktavyam 
Yatroktam Labhate Phalam 
Sthaayee Bhavati Chaatyant: 
Raag: ShuklpaTe Yathaa

Meaning: 
One should use one's words (Vacha:) 
where they are fruitful 
In the same way 
that the colour red 
holds permanently
on a white background. 

The British Council and The Children's Post come together

Starting today's edition, The Children's Post and The British Council come together to bring you English Learning in a fun way!

The British Council Page in the Wednesday Editions of The Children's Post 


As you probably know, The British Council is one of the best  places to learn English. 

We are sooooo thrilled to be bringing you this content right in your homes. 

Happy Learning! 


Pentagon Officially Releases Three UFO Videos / पेंटागन ने आधिकारिक तौर पर तीन यूएफओ कि वीडियो जारी की

पेंटागन ने आधिकारिक तौर पर तीन यूएफओ की  वीडियो जारी की


यूएस नेवी के पायलट ने ली  ये वीडियो।


वाशिंगटन डी.सी., अप्रैल 28: 2020 एक बहुत ही पेचीदा साल साबित हो रहा है। संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग ने आधिकारिक तौर पर "अज्ञात हवाई घटना" (unidentified aerial phenomena)  के तीन लघु वीडियो (short videos) जारी किए। वीडियो 2004 और 2005 में नौसेना के पायलटों द्वारा लिए गए थे, और 2007 और 2017 में लीक होने के बाद से वे इंटरनेट पर प्रसारित हो रहे थे।

पेंटागन ने अपने बयान में कहा कि जनता में किसी भी तरह की गलतफहमी को दूर करने के लिए, यूएफओ के फुटेज को सावधानीपूर्वक समीक्षा(review) के बाद जारी किया गया था। पेंटागन, संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग का मुख्यालय (headquarter) भवन (building) है।

इतने सालों के बाद इन वीडियो को जारी करना इस तथ्य को सामने लाता है कि वे सच हो सकते हैं, और अधिक अटकलें (speculation) आमंत्रित करेंगे कि मनुष्यों ने हाल ही में असांसारिक लोगों  (extraterrestrials) से बातचीत की है।

                                                                               वीडियो में दिखाया गया है कि इंफ्रारेड कैमरों द्वारा
                                                                               रिकॉर्ड किए जाने पर अज्ञात उड़ती हुई वस्तुएं तेजी से
                                                                               घूमती दिखाई देती हैं। अमेरिकी नौसेना के पास अब
                                                                               औपचारिक दिशानिर्देश(guidelines )हैं कि उसके
                                                                                पायलट कैसे रिपोर्ट कर सकते हैं जब वे मानते हैं कि                                                                                         उन्होंने यूएफओ को देखा है।
                                                                         

Tesla cars can now respond to traffic lights and stop signs / टेस्ला कारें अब ट्रैफिक लाइट और रुकने के संकेतो को समझ सकती हैं।

टेस्ला कारें अब ट्रैफिक लाइट और रुकने संकेतो को  समझ सकती हैं। 

ऑनबोर्ड कंप्यूटर का प्रयोग  किया जायेगा। 


वाशिंगटन डी.सी., अप्रैल 28: ऑटोमोबाइल प्रौद्योगिकी (automobile technology) की दुनिया से नवीनतम यह है कि टेस्ला वाहनों में से कुछ में नवीनतम सॉफ़्टवेयर अपडेट किये गए हैं जिससे की वे अब ट्रैफ़िक लाइट और रुकने के संकेतो की पहचान और प्रतिक्रिया दे सकते हैं।  'ट्रैफिक लाइट एंड स्टॉप साइन कंट्रोल' फीचर, सक्रिय होने पर, कार को धीमा कर देगा और फिर रोक देगा । यह सुविधा सिर्फ उन कार मालिकों के लिए है जिनकी कार ऑनबोर्ड कंप्यूटर के तीसरे संस्करण से लैस हैं।  ऑटोपायलट को शक्तियां प्रदान करने वाले ऑनबोर्ड कंप्यूटर के तीसरे संस्करण को "हार्डवेयर 3" भी कहा जाता है। ड्राइवर्स को स्टॉप लाइन पार करने के लिए, एक बार ऑटोपायलट हैंडल को खींचना पड़ेगा या फिर त्वरक (accelerator) को मैन्युअल रूप से दबाना पड़ेगा । इस विकास के साथ, सीईओ एलोन मस्क अब पूरी तरह से सेल्फ-ड्राइविंग वाहन में कारों को परिवर्तित करने के अपने उद्देश्य के करीब है।

The Children's Post, 29th April, 2020

Hello dear readers,
Page 1- UFO's in the sky! Wow! Wouldn't it be fun to meet someone from outer space, some other world. Wild imagination, isn't it? But, this might become a reality in future, now that the US Pentagon has released some videos. Read about this in the main news.
Tesla is a hub of innovation. Read about their latest technology upgrade in the second news.
Page 2- Sunil takes us to outer space in the feature story. Let's see which constellation we discover today.
Page 3- Good news! The British Council has sent us some awesome English content. Every week we would be featuring a page to keep your mind engaged, and also something fun to look forward to:)
Page 4- Its summer time, and what we need is a refreshing slush to cool us off. Konica aunty shares a lovely easy flameless recipe with us. You should definitely try it out, and also share some recipes with me.
Optimism is the key to life. Let's look for some synonyms for it in the word search.
Page 5- Lots of artwork by some brilliant artists this week. Thank you Manya, Dhruv, Ryan, and Subaina for sending in your beautiful contributions.
Sports Trivia is about swimming today.
Happy Reading:)
Love,
Deepti

Tuesday, 28 April 2020

Story of Quark and Neutrino

Once upon a time there were two brothers – Quark and Neutrino. They loved each other a lot and were inseparable, but they couldn’t have had been more different. Where Quark was outgoing and social and would easily bond with others, Neutrino on the other hand, found it very hard to bond with others. He would often wonder why God made him like this. The amount of fun his brother would have with others would leave him feeling lonelier and sadder.

He asked God one day, “Dear God, why did you make me like this? I find it hard to interact with others and I feel lonely all the time. Please help me, I am so sad.”

God said, “Dear Neutrino, there is no need for you to feel sad. I made everyone and everything for a reason and no one and nothing exists in the universe without a purpose. And you, child, have a very important role in this world. You are born of the fierce reaction in the Sun. You are the primary building block of this universe and are present everywhere. You might be small and weightless, but this universe would not exist without you. And while your brother seems very important for the universe, that does not make your existence any less important. So, remember that and always be happy.

Neutrino felt at ease after listening to God. Just then the doorbell rang. When he opened the door, he saw three children standing at his doorstep. “Hi, who are you?” “We are Electron, Muon, and Tao. God told us about you. Do you want to play?” said the three in unison. Feeling immensely happy, Neutrino silently thanked God and began playing with his new friends.

Humans are also like quarks and neutrinos; some can bond well with others while others find it extremely taxing (difficult). You might find some examples at your home. It doesn’t matter if you are a quark or a neutrino, everyone appreciates a little kindness and compassion.

Astrophysics 101 (part 1)

Did you get a bit intimidated by the topic? After all it has physics right there in the word and most of you would not have started studying it. But don’t be. It might sound all business like but it’s actually very simple and oh so interesting. Don’t believe me? Alright, let’s prove you wrong.

What is Astrophysics? Let’s break the word in two – Astro and Physics. Astro is the study of outer space, celestial bodies – the entire universe. Physics is the study of matter (something that occupies space and has mass) and energy (the ability to do work). Let’s combine the two meanings – the science that studies the matter and energy of the universe is called Astrophysics. See we have already taken the first step. Wasn’t it simple? Let’s proceed.

What does a universe comprise of – Yes, we all know it’s made of stars, planets, black holes etc., but let’s not talk about the big stuff. Let’s start from the start – the building blocks of the universe – the elementary particles (something which cannot be dissembled or further broken down) - matter and energy.

The elementary particles can be further divided into two categories – Fermions and bosons.

Fermion: They are matter particles. All matter is made up of fermions. The physicists (scientist who study physics) believe that fermions are made up of twelve fundamental particles, broadly divided into two categories – quark and leptons.

Quarks: They are very small pieces of matter that are governed by strong forces. Quarks are the building blocks of protons and neutrons (refer to the meaning box). There are six types of quarks and they have very interesting names – Up, Down, Charm, Strange, Top, and Bottom. The different types of quarks are referred to as the different flavors of the matter.
Leptons: They are very small pieces of matter that are governed by very weak forces. There are six types of leptons and they have exotic names too – Electrons, Muon, Tau, Electron Neutrino, Muon Neutrino, Tau Neutrino.

Bosons: Bosons are force carrying particles – that means they carry tiny bundles of energy. There are four types of bosons – Graviton, Weak Boson, Photons, and Gluons.

Photons: Light is made up of a type of boson called photon.
Gluons: The strong force that binds two quark particles together is gluon.
Graviton: A graviton is a hypothetical gravity carrying particle that has zero mass and zero charge. It is the building block of gravity. This is a controversial term as many scientists believe that gravitons do not exist.
Weak Boson: Weak forces which are not able to form any bonds. Leptons are usually governed by weak forces.

Fun Facts about the Elementary Particles
1. Neutrinos are produced as a byproduct of the nuclear fission reaction in the Sun. Neutrinos are massless and chargeless. If you would stand in the Sun thousands of neutrinos would penetrate your body, but you will not be able to notice that. Also, it will not be harmful as these particles are inert (do not cause any reaction).
2. A bunch of Gluons bind together to form a glueball.
3. A tachyon is a hypothetical particle that travels faster than the speed of light.

Meaning Box:
Atom: Contrary to popular belief, an atom is not the smallest particle. An atom is the basic building block of an element e.g. oxygen, sodium, etc. They are made up of electrons, protons, and neutrons. Atoms interact with other atoms to form new elements.
Protons are positively charged particles; Electrons are negatively charged; and neutrons do not carry any charge.

Unusually big Ozone hole over Arctic region closes

A rare one million square kilometers wide hole in the ozone layer over the Arctic region has finally healed itself, confirms the European Atmospheric Monitoring System, Copernicus.
The formation and the sudden disappearance of the hole has nothing to do with the reduced levels of pollution amid lockdown. It formed due to a phenomenon known as the polar vortex. The polar vortex is a name given to high altitude air currents that normally brings cold waves to the polar regions. This year the air currents split into two, hence bringing heatwaves to the polar region and the temperatures there rose up to 20 degrees higher than they normally are at this point in the year. The temperature in the polar vortex, however, was unusually cold. This caused rare stratospheric clouds (clouds that form at a distance of 50 km from the Earth) to form and interact with the atmospheric CFC (Chlorofluorocarbon is a type of greenhouse gas that increases the temperatures on the Earth and causes ozone hole). The polar vortex weakened over the time and normalcy returned in the ozone layer which healed the ozone hole.




Unusually big Ozone hole over Arctic region closes / आर्कटिक क्षेत्र पर असामान्य रूप से बड़ा ओजोन छिद्र बंद हुआ

आर्कटिक क्षेत्र पर असामान्य रूप से बड़ा ओजोन छिद्र बंद हुआ  

यूरोपीय सैटेलाइट सिस्टम कोपरनिकस ने इसके बारे में खोज की। 

कोपेनहेगन, अप्रैल 27: आर्कटिक क्षेत्र पर ओजोन परत में एक लाख वर्ग किलोमीटर चौड़ा एक छेद आखिरकार अपने आप ठीक हो गया। यूरोपीय वायुमंडलीय निगरानी प्रणाली ने इसकी  पुष्टि की कि छेद के बनने  और अचानक गायब होने का लॉकडाउन के प्रदूषण के कम स्तर से कोई लेना-देना नहीं है। ध्रुवीय भंवर(polar vortex) इस घटना का मुख्य कारण है। ध्रुवीय भंवर उच्च ऊंचाई (high altitude) वाली वायु धाराओं (air currents) को दिया जाने वाला एक नाम है जो आम तौर पर ध्रुवीय क्षेत्रों (polar regions) में शीत लहरें लाता है। इस वर्ष हवा की धाराएँ दो भागों में विभाजित हो गई , जिसकी वजह से हीट वेव ध्रुवीय क्षेत्र में आयी और वहां तापमान  वर्ष के इस समय पाए जाने वाले सामान्य तापमान से 20 डिग्री ज्यादा बढ़ गया। हालांकि, ध्रुवीय भंवर(polar vortex) में तापमान असामान्य रूप से ठंडा था। इसकी वजह से दुर्लभ समतापमंडलीय बादलों  (stratospheric clouds), जो की पृथ्वी से 50 किमी की ऊचाइयो पर बनते हैं, का जन्म हुआ। इन  समतापमंडलीय बादलों ने वायुमंडलीय सीएफसी (क्लोरोफ्लोरो कार्बन एक प्रकार की ग्रीनहाउस गैस है जो पृथ्वी पर तापमान बढ़ाती है और ओजोन छिद्र का कारण बनती है।) के साथ क्रिया की। ध्रुवीय भंवर समय के साथ कमजोर हो गया है और सामान्य स्थिति ओजोन परत में लौट आई है जिसकी वजह से ओजोन छिद्र बंद हो गया ।

Scientists develop Moon’s First Comprehensive Map / वैज्ञानिकों ने चंद्रमा के पहले व्यापक मानचित्र का विकास किया

वैज्ञानिकों ने चंद्रमा के पहले व्यापक मानचित्र का विकास किया

रेस्टन (U.S), 27 अप्रैल: संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (United States Geological Survey-USGS) के वैज्ञानिकों ने नासा और लूनर प्लेनेटरी इंस्टीट्यूट, टेक्सास के सहयोग से पहली बार चंद्रमा की पूरी सतह का मानचित्रण किया। इसे चंद्रमा का एकीकृत भूगर्भीय मानचित्र (Unified Geological Map) कहा जाता है। यह व्यापक और विस्तृत नक्शा 1: 50,00,000 के पैमाने (scale) पर बनाया गया है। इसका मतलब है कि मानचित्र पर 1 इकाई चंद्रमा पर 5 मिलियन इकाइयों के बराबर है। यह एक बड़ी स्पष्टता (resolution or clarity) है।

आप यूएसजीएस की वेबसाइट पर चंद्रमा का सर्वेक्षण करने के लिए लिंक पा सकते हैं।

The Children's Post, 28th April 2020

Hello Readers,

Once upon a time there were two brothers – Quark and Neutrino. They loved each other a lot and were inseparable, but they couldn’t have had been more different. Where Quark was outgoing and social and would easily bond with others, Neutrino on the other hand, found it very hard to bond with others. He would often wonder why God made him like this. The amount of fun his brother would have with others would leave him feeling lonelier and sadder.

He asked God one day, “Dear God, why did you make me like this? I find it hard to interact with others and I feel lonely all the time. Please help me, I am so sad.”

God said, “Dear Neutrino, there is no need for you to feel sad. I made everyone and everything for a reason and no one and nothing exists in the universe without a purpose. And you, child, have a very important role in this world. You are born of the fierce reaction in the Sun. You are the primary building block of this universe and are present everywhere. You might be small and weightless, but this universe would not exist without you. And while your brother seems very important for the universe, that does not make your existence any less important. So, remember that and always be happy.

Neutrino felt at ease after listening to God. Just then the doorbell rang. When he opened the door, he saw three children standing at his doorstep. “Hi, who are you?” “We are Electron, Muon, and Tao. God told us about you. Do you want to play?” said the three in unison. Feeling immensely happy, Neutrino silently thanked God and began playing with his new friends.

Humans are also like quarks and neutrinos; some can bond well with others while others find it extremely taxing (difficult). You might find some examples at your home. It doesn’t matter if you are a quark or a neutrino, everyone appreciates a little kindness and compassion.

Enjoy the edition!

-Priyanka

Monday, 27 April 2020

Eighteen IITs lead India’s scientific effort to defeat COVID-19 / अठारह IIT COVID-19 को पराजित करने के लिए भारत के वैज्ञानिक प्रयास का नेतृत्व कर रहे हैं

अठारह IIT COVID-19 को पराजित करने के लिए भारत के वैज्ञानिक प्रयास का नेतृत्व कर रहे हैं

ये सभी सात श्रेणियों के तहत 209 आरएंडडी परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं।

दिल्ली, 26 अप्रैल: भारत में COVID19 के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए , 18 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), इस घातक वायरस के खिलाफ नए शोधों से लड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। IIT विशेषज्ञ लगभग 209 समर्पित अनुसंधान और विकास (R&D) परियोजनाओं में लगे हुए हैं।

ये परियोजनाएं सात विभिन्न श्रेणियों में फैली हुई हैं। इन परियोजनाओं में से अधिकांश में व्यक्तिगत सुरक्षा देखभाल उपकरण पर अनुसंधान शामिल है, इसके बाद चिकित्सा उपकरण / रोबोट और सेनिटेशन शामिल हैं।

आईआईटी गुवाहाटी सबसे अधिक परियोजनाओं (34 परियोजनाओं) के साथ प्रयास कर रहा है, इसके बाद आईआईटी मद्रास (25 परियोजनाएं) हैं। दोनों आईआईटी सभी सात श्रेणियों में फैली परियोजनाओं में लगे हुए हैं।

छह बड़े आईआईटी लगभग 50 प्रतिशत परियोजनाओं में लगे हुए हैं। नए आईआईटी, जैसे आईआईटी-पलक्कड़, आईआईटी-मंडी, शोध के लिए अपना सहयोग दे  रहे हैं।

Hubble Space Telescope celebrates 30th anniversary / हबल स्पेस टेलीस्कोप ने 30 वीं वर्षगांठ मनाई

हबल स्पेस टेलीस्कोप ने 30 वीं वर्षगांठ मनाई

यह लंबे समय तक चलने वाले वैज्ञानिक  मिशनों में से एक है।

दिल्ली, 26 अप्रैल: लगभग 30  साल पहले , नासा और ईएसए (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी) ने सामूहिक रूप से 24 अप्रैल 1990 को हबल स्पेस टेलीस्कोप का शुभारंभ किया था।  मरम्मत और तरक्की (upgrades) के साथ, हबल लंबे समय से  चलने वाले अंतरिक्ष दूरबीनों में से एक रहा है और पिछले तीन दशकों से पृथ्वी पर प्रकाशमान छवियों को भेज रहा है।

इसने ब्रह्मांड की उम्र निर्धारित करने में मदद की है और आकाशगंगा के केंद्रों में ब्लैक होल के अस्तित्व का प्रमाण भी दिया है।

अपनी 30 वीं वर्षगांठ पर, हबल टेलीस्कोप ने एक कॉस्मिक रीफ की एक तस्वीर भेजी है। कॉस्मिक रीफ सितारों का एक समूह है जो समुन्द्र के अंदर पाए जाने वाले कोरल रीफ से मिलता जुलता है।

Sunday, 26 April 2020

The Children's Post, 27th April 2020


Hello Lovely Readers,

This is World Immunization Week – celebrated in the last week of April (24 to 30 April). It aims to promote the use of vaccines to protect people of all ages against diseases. The theme this year is #VaccinesWork for All.

The lead news today is all about the eighteen IITs leading India’s scientific effort to defeat COVID-19 with 209 research projects across seven different categories.
The second news covers NASA’s longest-living Space Telescopes - Hubble Space Telescope celebrated its 30th anniversary.

You must have seen a library in the school or in the neighbourhood. Have you ever wondered how the books are arranged in the library? Well, today’s feature is all about how the books are arranged in the library written by Parul Choudhary on Page 2 and 3.

Enjoy a beautiful poem by Aarush Diwan, Artist Corner by Raunav Nanda and Dreams and doodles by our wonderful cartoonist Gurpreet Kaur on Page 4.

Enjoy the edition!

Love,

Manjeet

IIT Delhi releases Covid 19 kit after getting ICMR approval


Covid testing, as you know, is very important for us to understand how many people have the virus, and which areas need to be 'contained' - i.e., kept controlled so that people cannot go in or out of them. (Question for you: Can you think of any other reason why testing is important? Do share with us).
The Kusuma School of Biological Sciences (KSBS) of IIT Delhi realised this as early as January 2020 and started working on a testing kit.  They wanted the testing kit to be accurate and cost-effective (something that doesn’t cost too much to make).
Today, after a long process, the testing kit got approval from ICMR, and is now ready for production. This makes IIT Delhi the first academic institution (school or college) to get ICMR approval for a test using this method. (It’s called RT-PCR. Read about it in our explanatory feature today). Research usually takes a long time, but the committed team came up with this kit in less than 3 months.

Note: Special thanks to Prof. V Perumal, IIT Delhi, for his valuable guidance in writing this story. He is also the team leader of this testing kit. 

South Korean Elections 2020 : Victory for President Moon Jae-in / दक्षिण कोरियाई चुनाव : राष्ट्रपति मून जे-इन की जीत

कोविद-१९ संकट प्रबंधन के लिए मतदाताओं ने सरकार को वापस लाया 
सिओल अप्रैल २५ : जनवरी २०२० में महामारी के शुरू होने के बाद, दक्षिण कोरिया पहला देश है जहाँ चुनाव हुए है। राष्ट्रपति मून जै-इन की डेमोक्रेटिक पार्टी ने नेशनल असेंबली के ३०० में से १८० सीटों पर विजय प्राप्त की है।  सावधानीपूर्वक ट्रेसिंग और टेस्टिंग से इस सरकार ने संक्रमण की संख्या प्रतिदिन ९०० से ३० तक ले आयी थी, जो इस जित का कारण बनी। दुनिया ने चुनाव संचालन के दौरान  किये गए उपाय को भी लक्ष दिया है।  मतदाता अपने sanitised हाथ, ग्लोव्ज और मास्क के साथ ३ फ़ीट का अंतर रख कर खड़े थे।  जिन्हे हल्का टेम्परेचर था, उन्हें अलग बूथ में भेजा गया था, जिसे बाद में निस्संक्रामक (disinfect ) किया गया था।   पिछले १८ सालों में सब से ज्यादा, ६६% मतदान हुआ था। इस का एक कारण शायद यह भी था की १८ साल के नौजवानो को मतदान करने की अनुमति दी गयी थी। 

 

IIT Delhi team develops Covid-19 testing kit, gets ICMR approval/IIT दिल्ली ने कोविद-१९ परिक्षण किट विकसित किया, ICMR की स्वीकृति मिली

टीम द्वारा रिकॉर्ड ३ महीने में किट विकसित की गयी 




नई दिल्ली, अप्रैल २५ : जैसे की आप जानते है, कितने लोग वायरस से संक्रमित है और कौनसे विस्तार को कन्टेनमेंट - यानि नियंत्रण में रखना है,  कि  लोग उस विस्तार के बहार ना निकले, इसके लिए कोविद टेस्टिंग बहुत जरुरी है। ( आप के लिए सवाल - क्या आप परिक्षण क्यों महत्वपूर्ण है उसका  अन्य कारण सोच सकते है? हमे जरूर बताए। )

IIT  दिल्ली की The  Kusuma  School  of  Medical  Sciences (KSBS ) ने परिक्षण का महत्व जनवरी २०२० में ही समझ लिया था और टेस्टिंग किट पे काम करना शुरू किया था। 
वे चाहते थे कि टेस्टिंग किट एकदम सही परिणाम दे और किफायती भी हो।  
लंबी  प्रक्रियाओं के बाद, आज टेस्टिंग किट को ICMR की मंज़ूरी मिली और अब उत्पादन के लिए तैयार है।   IIT  दिल्ली पहला शैक्षणिक संस्थान है जिसे टेस्टिंग की इस पद्धति का उपयोग कर ICMR का अनुमोदन मिला है। किसी भी नयी खोज के लिए समय लगता है, पर इस प्रतिबद्ध टीमने  ३ महीनो से भी काम समय में इस किट को विकसित किया। 


Note: Special thanks to Prof. V Perumal, IIT Delhi, for his valuable guidance in writing this story. He is also the team leader of this testing kit development team. इस जानकारी को आप तक आने में हमें  भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के प्रोफ. श्री विवेकानन्द पेरुमल का मार्गदर्शन मिला. हम उनके बहुत आभारी हैं. प्रोफ. पेरुमल इस तकनीक को विकसित करने वाली टीम का नेतृत्व करते हैं. 

How is Coronavirus testing done using the RT-PCR method? What did IIT Delhi just create?


Some viruses, on the other hand, have a single strand of genetic material – RNA. (The D in DNA above stands for Di- meaning two. DNA has 2 strands of protein, RNA has only one).
Let’s understand how testing is done for viruses.
The 2 strands that carry all our genes: DNA
Collection and Transport
We collect a sample from the throat or nose of the person because the virus is very likely to be found here. These samples are then carefully transported to the lab. But they must be tested in a batch
(because each batch must have one test tube where the virus is definitely not there, and one where the virus is definitely there. These are called the ‘controls’. Preparing controls for each sample will increase the cost of testing a lot.)
So, they are stored carefully until a batch is ready for testing. (This batching system also means some delay in getting our results. The actual testing takes only about 4 hours).

Amplifying the sample
Each sample or control to be tested is put in a test tube and amplified (made larger and multiplied many times). This process of amplification takes about 90 minutes. An enzyme (a natural chemical) called reverse-transcriptase (RT for short) is added to the sample. This converts a single RNA to DNA, and another enzyme called polymerase amplifies the DNA with the help of a DNA sequence called a ‘primer’. Primers bind DNA and can amplify it.

Testing
The tube also contains a fluorescent dye that makes the amplified DNA ‘glow’. That’s how we know whether the virus is present or not. After about 4 hours, we compare all the tested samples to the 2 control test tubes. The test tubes that match the ‘definitely there’ test tubes are Covid positive, and the others, as you can guess, are Covid negative.

IIT Delhi develops a Covid Testing kit


Dear readers,
Today's lead news is the unique, cost-effective testing kits designed in India  by IIT Delhi. 

For the curious little ones who want to know the abc's of testing we have a special feature article on that as well. Also,  how would you react if we tell you that a country like South Korea had its National Assembly elections amidst the Covid crisis? Yes, they did! Read more to know more :)

The Sunday fun sets in from Page 2 covering: 
1. Dimple Tanna's Cosmic Yoga shares a Pranayama technique
2. Maze Mania
3. Word Search (can you guess the theme of the word search today?)
4. Ridley the  Riddle Turtle 
5. Sudoku Salsa
6. Idiom Flashcard
7. Daily challenges
 ( don't miss these at all !)
8. Quote of the day 

Thanks,
Shruthi Aunty.

The IIT Delhi team that worked on the Covid 19 testing kit 


Saturday, 25 April 2020

Co-marketing activity with Amozish

Today, through  our partners, we are offering a unique deal - 10% off on subscription to The Children's Post if you are a member of Amozish.

See here:
https://www.facebook.com/AmozishDelhi/videos/708197949987404/


Sinking oil demand pushes oil prices below zero / तेल की मांग कम होने से तेल की कीमतें शून्य से नीचे

तेल की मांग कम होने से तेल की कीमतें शून्य से नीचे

टेक्सास, 24 अप्रैल: एक बहुत ही असामान्य सप्ताह में, कच्चे तेल की कीमतें सोमवार को शून्य से नीचे गिर गईं, जिसका अर्थ है कि विक्रेता (sellers), खरीदारों (buyers) से कच्चे तेल के स्टॉक को खरीदने के लिए भुगतान करने के लिए तैयार थे।

ये कैसे हुआ? हम पहले से ही रिपोर्ट कर रहे हैं कि कैसे मौजूदा महामारी के परिणामस्वरूप कच्चे तेल की मांग कम हो गई है। तेल की वैश्विक मांग एक साल पहले लगभग 100 मिलियन थी जो की अब एक दिन में लगभग 29 मिलियन बैरल कम हो गई है। ओपेक देशों ने तेल उत्पादन में प्रति सप्ताह 9.7 मिलियन बैरल की कटौती करने की सहमति दी है  जो की  मांग में कमी की तुलना में काफी कम है । नतीजतन, विक्रेताओं के पास अब अधिशेष (surplus) स्टॉक है, लेकिन कोई खरीदार नहीं है।

अधिशेष (Surplus) स्टॉक का मतलब है कि विक्रेताओं (sellers) को तेल को खरीदा जाने तक स्टोर करने की आवश्यकता होती है। चूंकि भूमि पर भंडारण क्षमता (storage capacity) भर गई है, इसलिए कुछ तेल उत्पादकों ने समुद्र में बहुत अधिक लागत (cost) पर अपने अतिरिक्त तेल को स्टोर कर लिया है। इस परिदृश्य (scenario) में, अल्बर्टा (संयुक्त राज्य अमेरिका में) में तेल की कीमत गिर गई, जिसका अर्थ है कि तेल अपने बेंचमार्क मूल्य (जो कच्चे तेल के खरीदारों और विक्रेताओं के लिए संदर्भ मूल्य के रूप में कार्य करता है) उत्पादन, परिवहन और भंडारण की लागत से नीचे गिर गया।

इसके साथ ही, फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स की कीमतें (आज की कीमतों के आधार पर भविष्य के समय पर सामान खरीदने के लिए अनुबंध) वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) के लिए नकारात्मक क्षेत्र (negative territory) में चली गयी।  वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट, जिसे टेक्सास लाइट स्वीट के रूप में भी जाना जाता है, कच्चे तेल का एक ग्रेड है जिसका उपयोग तेल मूल्य निर्धारण में एक बेंचमार्क के रूप में किया जाता है।

भविष्य के अनुबंधों (future contracts) की कीमतें -$37 प्रति बैरल के निम्न स्तर तक गिर गईं  क्यूंकि घबराए हुए व्यापारीयो  ने उन अनुबंधों को किसी भी कीमत पर बेचने की कोशिश की जिससे वे तेल की डिलीवरी से बच सके जिनकी उन्हें अब आवश्यकता नहीं थी।


Reliance Jio inks mega deal with Facebook, worth $5.7 Billion / Facebook के साथ Reliance Jio ने 5.7 बिलियन डॉलर की मेगा डील की।

Facebook के साथ Reliance Jio ने  5.7 बिलियन डॉलर की  मेगा डील की। 

इस डील को भारतीय टेक क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े एफडीआई सौदों में गिना जाता है।

मुंबई, 24 अप्रैल: फेसबुक ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की एक इकाई Jio मैं  9.99% हिस्सेदारी (स्वामित्व) के बदले 43, 574 करोड़ रुपये का निवेश किया है।

फेसबुक ने यह सौदा क्यों किया?
सोशल मीडिया कंपनी को उम्मीद है कि वह अपने मौजूदा यूजर बेस (व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम) के 700 मिलियन ग्राहकों में  रिलायंस जियो  (भारत में सभी दूरसंचार कंपनियों में सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी) के 338 मिलियन ग्राहकों को जोड़कर भारत में अपनी उपस्थिति को मजबूत करेगी। यह सौदा भारत के प्रौद्योगिकी क्षेत्र के सबसे बड़े एफडीआई सौदों में से एक है।

दोनों कंपनियों ने एक व्यावसायिक प्रारूप विकसित करने की योजना बनाई है जो अपने उपयोगकर्ताओं (लगभग एक अरब) को स्थानीय दुकानों से किराने का सामान लेने की सुविधा  देगा, जिसे किराना स्टोर भी कहा जाता है। इस प्रकार की योजना से अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट आदि को  प्रतिस्पर्धा मिलेगी।


Reliance Jio को  इसमें क्या  फायदा  है?

इस सौदे से Jio को अपने 43 बिलियन डॉलर के ऋण को कम करने में मदद मिलेगी जो कि  मूल कंपनी RIL का बकाया है। Jio ने RIL को  लगभग 4.1 बिलियन डॉलर वापस करने की योजना बनाई है।

The Children's Post, 25th April 2020


Dear Readers,
What a week it was- crude oil prices fell below zero. Read  how that happened on the front page today. Also, Facebook found a friend in Reliance Jio in what’s being touted as one of the biggest deals in the Indian Technology sector- more on this on page 1 as well. On page 2 , read the concluding part of why cant RBI just print more money and make the economy come out of its woes. On page 3, explore a new country with Praneeth and try the Saturday quiz. On Page 4, find out if you are one of the Saturday Champions (yay, we have so many), try Grandma’s challenge and laugh out loud with Aditya.
Happy Saturday!
Kruttika
www.thechildrenspost.com

Friday, 24 April 2020

Feedback

Hi Nidhi, connecting with you after long time but wanted to say u make my morning happy every day. I read the childrens newspaper. (Stopped watching news) u r doing a fab job. Stay blessed and take care. Friends like u r very rare...😍😘

- Abarna Rangarajan, April 2020

April 23rd - English Language Day and World Book Day/अप्रैल २३ - अंग्रेजी भाषा दिवस एवं विश्व किताब दिवस

न्यू योर्क, अप्रैल २३ : २०१० से, २३ अप्रैल  संयुक्त राष्ट्र (United Nations - UN) द्वारा अंग्रेजी भाष दिवस के रूप में मनाया जाता है।  यह दिन इसलिए चुना  गया क्यूंकि यह वह दिन है जब विलियम शेक्सपियर का जन्म हुआ था और वह दिन जब वे इस दुनिया से विदा हुए थे। यह UN की आधिकारिक भाषाओं (official  languages) (अंग्रेजी, अरबी, चीनी, फ्रेंच, रुसी और स्पेनिश) को बढ़ावा देने के लिए एक पहल थी।  लोगों के बीच लयबद्ध संचार (harmonious communication) का अनिवार्य कारक बहुभाषितता (multilingualism) (कई भाषाओं में किसी व्यक्ति की संवाद करने की क्षमता)  को पहचानना है।  इसलिए इस दिन को लोगों के मनोरंजन के लिए और भाषा के इतिहास, संस्कृति और उपलब्धियों के बारे में जानकारी देने के लिए प्रचारित किया गया है।  
UNESCO (United Nations Educational, Scientific and Cultural Organisation) (संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) और अन्य सम्बंधित संगठन, जैसे प्रकाशकों, पुस्तक विक्रेता और पुस्तकालयों द्वारा इस दिन को विश्व किताब दिवस के रूप में मनाया जाता है। हर साल एक विश्व किताब राजधानी का भी चयन होता है,  साल भर पुस्तक और वांचन उत्सव मनाया जाता हैं।  इस साल मलेशिया के कुआला लम्पुर को अधिकृत रूप से विश्व किताब की राजधानी की मान्यता दी गयी है।  यह पुस्तक के आनंद और पढ़ने की कला को बढ़ावा देने का एक अवसर है। 

Amazing Facts about Earth/ पृथ्वी के अद्भुत तथ्य

स्टाइनड ग्लास डायटम ("Stained Glass" Diatoms) 



 कैलिफ़ोर्निया, अप्रैल २३ : अच्छी चीज़े छोटे पैकेट में आती है !  डायटम सूक्ष्म शैवाल हैं, जो हमारे द्वारा ली जाने वाली ऑक्सीजन की प्रत्येक सांस के लिए जिम्मेदार हैं। वे वातावरण से कार्बन फिक्सेशन की प्रक्रिया द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) को साफ़ करते है।  कार्बन फिक्सेशन (Carbon Fixation) की प्रक्रिया में CO2 को शर्करा (Sugar) के रूप में कार्बनिक कार्बन (Carbonic  Carbon) में परावर्तित किया जाता है और ऑक्सीजन को वातावरण में छोड़ा जाता है। 
दुनिया के समुद्रों , जलमार्गों  और मिट्टी  में डायटम पाए जाते है। वे काफी सूक्ष्म होते है - ५-१० डायटम एक पिन के सर पर फिट हो सकते है। वे single-celled है और पारदर्शी सिलिका (glass) से बने खोल से ढके हुए हैं। जब इन्हें माइक्रोस्कोप से देखा जाता है तो वे बेहद सुन्दर दिखते है, जैसे की stained glass. 
वे इस ग्रह के ecosystem को कार्यरत रखने में एहम भूमिका निभाते हैं।  वे मरीन फूडवेब्स (marine food webs - under sea food chain) का अभिन्न अंग हैं। वे सिलिका (रेत का प्रमुख घटक) के मुख्य cyclers हैं, जो पृथ्वी की पपड़ी के लगभग एक चौथाई भाग का गठन करता है। 

Act of Gratitude by Migrant Workers/ प्रवासी श्रमिकों द्वारा कृतज्ञता का कार्य

जहाँ आश्रय मिला उस स्कूल का रंगरोगन किया 


सीकर, अप्रैल २३ : कोविद-१९ की वजह से lockdown के चलते हम अपने आसपास काफी अच्छी चीज़ें होते देख रहे है। 
राजस्थान के सीकर जिल्हे के पलसाना नगर में कई राज्यों के प्रवासी श्रमिकों के दल को दो सरकारी स्कूलों में क्वारंटाइन (quarantine) किया गया था।  नगर पालिका और नागरिकों ने इन श्रमिकों का ध्यान रखते हुए, उन के लिए जीवन जरुरी सामग्री और खाने की व्यवस्था की। 
स्कूल की बिस्मार हालत देख कर इन श्रमिकों ने स्कूल का रंगरोगन कर के स्कूल को एक नया रूप देने की इच्छा दिखाई। उन्होंने नगर प्रशासकों से पुताई का सामान लाने के लिए अनुरोध किया।  सामान मिलने पर स्कूल के रंगरोगन का कार्य शुरू कर दिया।  देखने वाली बात यह है की इन श्रमिकों ने इस कार्य के लिए कोई वेतन नहीं लिया।   इनकी कृतज्ञता के इस कार्य को सलाम।